लखनऊ. लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Khiri) को लेकर राजनीति लगातार गर्माती जा रही है। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल (Congress Delegation) बुधवार को लखीमपुर खीरी जिले का दौरा करने वाला था। जिसके लिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिख इजाजत मांगी थी। जिसे यूपी सरकार ने ख़ारिज कर दिया है।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू की गई है। साथ ही इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। इस घटना के विरोध में राजनीतिक पार्टियां और किसान संगठन विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
UP Govt denies permission to Congress delegation led by Rahul Gandhi to visit Lakhimpur Kheri area in the wake of Sec 144 that has been imposed following Oct 3 incident
Earlier Cong General Secy KC Venugopal had sought permission for Rahul Gandhi-led delegation to visit the area
— ANI (@ANI) October 5, 2021
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और 10 अन्य के खिलाफ इलाके में शांति भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं प्रियंका गांधी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि वह लखीमपुर खीरी का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं?
5-member Congress delegation led by Rahul Gandhi to visit Lakhimpur Kheri, Uttar Pradesh tomorrow
8 people including 4 farmers were killed in violence in the district on Sunday
(file photo) pic.twitter.com/3hOm7yEyUl
— ANI (@ANI) October 5, 2021
ज्ञात हो कि रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं को सोमवार को पुलिस ने हिरासत में लिया था। सीतापुर के एसडीएम प्यारे लाल मौर्य ने बताया कि इन सभी को प्रांतीय सशस्त्र बल की दूसरी बटालियन के गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है।
#WATCH | Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra addresses party workers gathered outside a guest house in Sitapur where she is under detention, through phone call.
She says, "We will continue this struggle till the MoS Home does not resign, come what may." pic.twitter.com/9ggHkwU2M7
— ANI UP (@ANINewsUP) October 5, 2021
प्रियंका ने मंगलवार को एक फोन कॉल के जरिए सीतापुर में एक गेस्ट हाउस के बाहर जमा पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, जहां वह नजरबंद हैं। उन्होंने कहा, “हम यह संघर्ष तब तक जारी रखेंगे जब तक गृह राज्य मंत्री इस्तीफा नहीं दे देते, जो भी हो जाए।”
क्या है मामला?
दरअसल, रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रहे थे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं पुराने तय रास्ते पर तिकोनिया गांव पर भाजपा सांसद के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ियों ने पैदल चल रहे किसानों को टक्कर मार दी। जिसमें चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद वहां मौजूद भीड़ ने गाड़ियों के ऊपर हमला कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार समेत तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ ने पीटकर मार डाला।
किसान संगठन ने जहां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर गाड़ी से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री और (Lakhimpur Khiri) के सांसद मिश्रा ने इसे नकारते हुए आंदोलन करियों पर पहले हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने का दावा किया है।