यूपी के गांवों की महिलाओं के बनाए सामान Amazon से बिकेंगे, केशव प्रसाद मौर्य की पहल

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: ओडीओपी (ODOP) के बाद अब यूपी (UP) के गांवों में महिला स्वयं सहायता समूहों के बनाए सामान अमेजन (Amazon) से बिकेंगे। योगी सरकार से हुए करार के बाद अब उत्तर प्रदेश में ग्रामीण महिलाओं के बनाए हुए सामानों की बिक्री अमेजन प्लेटफार्म के जरिए होगी। प्रदेश सरकार ने गांवों में महिला स्वंय सहायता समूहों के द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराने की मुहिम शुरु की है।

    उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा ग्रामीण समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को बड़ा बाजार मुहैया कराने के निर्देशों के चलते राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने ई-कामर्स प्लेटफार्म अमेजन की पहल अमेजन सहेली कार्यक्रम से जोड़ना शुरू कर दिया है। इस पहल के बाद 26 जिलों की 600 महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद अब अमेजन के इस कार्यक्रम के तहत बाजार में नजर आएंगे।

     बुनकरों के तैयार कपड़े फ्लिपकार्ट पर बिकेंगे

    इससे पहले योगी सरकार अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत हस्तशिल्पियों और छोटे उद्यमियों के उत्पादों को वैश्विक आनलाइन प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट और अमेजन से जोड़ चुकी है। हाल ही में प्रदेश के सूक्ष्म एवं लघु उद्यम विभाग ने बनारस के सिल्क कारीगरों के उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहुंचाने के लिए फ्लिकार्ट से करार भी किया है। इसके तहत बनारस के छोटे हथकरघा और पावरलूम बुनकरों के तैयार कपड़े फ्लिपकार्ट पर बिकेंगे।

    अमेजन ने सहेली कार्यक्रम की शुरुआत की है

    आनलाइन सामानों की बिक्री में अग्रणी कंपनी अमेजन ने हाल ही में महिला सशक्तीकरण के लिए सहेली कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और उनके कारोबार को सुगमता देना है। अमेजन सहेली प्रोग्राम के तहत समूह सखियों के उत्पाद विश्व बाजार में बिक सकेंगे। हाल ही में समूहों के उत्पादों को बेचने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने फ्लिपकार्ट और एचसीएल फाउंडेशन के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में संयुक्त कार्यक्रम लांच किया था।

     600 से अधिक समूहों को जोड़ा गया 

    आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अमेजन सहेली प्रोग्राम से विक्रेता के रूप में अभी 26 जिलों की 600 से अधिक समूहों को जोड़ा गया है। इनमें से 12 जिलों के समूहों की महिलाओं को आर्डर मिलने लगे हैं। मिशन से जुड़े जिला स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अमेजन सहेली प्रोग्राम से कम से कम एक सीएफएल का पंजीकरण कराते हुए जिले की समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को बिक्री के लिए पंजीकृत कराएं।