UP Ground Breaking Ceremony 3.0

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: योगी सरकार (Yogi Govt.) के दूसरे कार्यकाल के पहले भव्य कार्यक्रम ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony) में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बड़े पैमाने पर औद्योगिक परियोजनाएं (Industrial Projects) शुरु हो जाएंगी। देश के दिग्गज उद्यमियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और राज्य की मौजूदगी में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में 80,000 करोड़ रुपए की 1,406 औद्योगिक परियोजनाओं पर काम शुरु हो जाएगा। प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश करने वाली इन कंपनियों में दिग्गज कारपोरेट घराने शामिल हैं।

    योगी सरकार के इस पहले भव्य आयोजन के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में आने वाले सभी उद्यमियों और विशिष्ट अतिथियों को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत आने वाले प्रदेश के पारंपरिक शिल्प के नमूने भेंट किए जाएंगे। इनमें शजर स्टोन के कफलिंक्स, लखनऊ के चिकन के स्टोल, पीतल के दिए, सिरेमिक मग, फिरजोबाद की कांच के गणेश की मूर्ति और आजमगढ़ की ब्लैक पाटरी शामिल होगी। कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों के लिए राजधानी लखनऊ के सभी बड़े होटलों में कमरे बुक किए गए हैं। बड़े उद्यमियों और मेहमानों के साथ राज्य के अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गयी है।

    कई केंद्रीय मंत्री भी रहेंगे मौजूद

    प्रदेश में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली और अब तक की तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में गौतम अडानी, निरंजन हीरानंदानी, अनंत अंबानी, कुमारमंगलम बिरला सहित देश के कई नामी उद्योगपतियों के साथ कई केंद्रीय मंत्री, जनप्रतिनिधि और वाणिज्यिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में जिन निवेश प्रस्ताव पर धरातल पर काम शुरु होगी उनमें 30 कंपनियां 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं में निवेश कर रही हैं। इन कंपनियों का कुल निवेश 43,906 करोड़ रुपए का होगा। इसके अलावा 100 करोड़ रुपए से लेकर 499 करोड़ रुपए तक निवेश करने वाली 108 कंपनियों की परियोजनाओं पर भी काम शुक्रवार को शुरु होगा। इन कंपनियों का प्रदेश में कुल निवेश 24028 करोड़ रुपए का होगा।

    सभी डाटा सेंटर नोएडा में स्थापित किए जा रहे 

    औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में जिन परियोजनाओं पर काम शुरु होने जा रहा है उनमें हीरानंदानी समूह, अदाणी इंटरप्राइजेज, सिफी ग्लोबल, एनटीटी ग्लोबल और एसटीटी ग्लोबल की 19700 करोड़ रुपए के डाटा सेंटर हैं। यह सभी डाटा सेंटर नोएडा में स्थापित किए जा रहे हैं। वहीं नोएडा में ही माइक्रोसाफ्ट की 2186 करोड़ रुपए की साफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर की परियोजना पर भी काम शुरु होगा। लुलु समूह की फेयर एक्सपोर्ट के फूड एंड लाजिस्टिक पार्क की परियोजना पर 500 करोड़ रुपए तो एसएलएमजी बेवरेजेज के फलों का रस और बोतलबंद पानी बनाने की 1080 करोड़ रुपए के निवेश की परियोजना पर काम शुरु होगा। एबी मौरी बेकर्स प्रदेश मे यीस्ट निर्माण की 1100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इकाई पर काम शुरु करेगी और पेटीएम के स्टार्ट अपर पर 571 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। डिक्सन टेक्नालाजीज मोबाइल, फ्रिज और एलईडी टीवी निर्माण की इकाई में 500 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है तो एडवर्ब टेक्नोलाजी रोबोटिक्स और वेयरहाउस आटोमेशन की परियोजना में इतने का ही निवेश कर रही है।

    नयी परियोजनाओं में भी निवेश का एलान कर सकते हैं उद्यमी

    अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा निवेश डाटा सेंटर, आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, निर्माण पर एमएसएमई सेक्टर में किया जा रहा है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान आने वाले उद्यमी कुछ नयी परियोजनाओं में भी निवेश का एलान कर सकते हैं। गौरतलब है कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल में फरवरी 2018 में आयोजित निवेशक सम्मेलन में देश के जाने-माने उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया था। उस सम्मेलन के दौरान 4.65 लाख करोड़ रुपये के 1065 एमओयू साइन हुए थे। निवेशक सम्मेलन  के बाद सरकार ने उसी साल 28 जुलाई को यूपी में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया। मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमार मंगलम बिड़ला जैसे बड़े नामी उद्योगपति इसमें शामिल हुए थे। इस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव यूपी में स्थापित करने के समझौते हुए थे। औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, निवेशक सम्मेलन में जो 1045 निवेश प्रस्ताव आए थे उनमें से 215 निवेशकों ने 51240.25 करोड़ रुपए का निवेश कर अपने उद्यम स्थापित कर दिए हैं, जबकि 130 निवेशक 37478.63 करोड़ रुपए का निवेश कर अपना उद्यम स्थापित कर रहे हैं और 449 निवेशक 86842.89 का निवेश कर अपना उद्यम स्थापित करने की कार्रवाई कर रहे हैं।