वाराणसी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी जिले (Varanasi) में सोमवार को तीसरे दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ज्ञानवापी मस्जिद परिसर (Gyanvapi Masjid Survey) का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य पूरा हो गया है। सर्वे का काम पूरे होते ही पक्ष कई तरह के बड़े दावे कर रहे हैं। हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि वहां शिवलिंग मिला है। इस दावे के बाद सियासी पारा गरमा गया है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद वीएचपी (VHP) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दिया है।
ज्ञात हो कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में ‘शिवलिंग’ मिलने के के दावे के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि “सत्य” को आप कितना भी छुपा लीजिये लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि “सत्य ही शिव” है। बाबा की जय, हर हर महादेव। जबकि इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का ट्वीट-
“सत्य” को आप कितना भी छुपा लीजिये लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि “सत्य ही शिव” है।
बाबा की जय,
हर हर महादेव।।#GyanvapiTruthNow#ज्ञानवापी_मंदिर— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) May 16, 2022
दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद के आलोक कुमार ने कहा कि वाराणसी के ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान एक कमरे में शिवलिंग प्राप्त हुआ है, बहुत आनंद का समाचार है। दोनों पक्षों की और उनके वकीलों की उपस्थिति में उसे प्राप्त किया गया है। इसलिए वो स्थान जहां शिवलिंग है, वो मंदिर है, अब भी है और 1947 में भी था।
उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय में है, न्यायालय ने उस हिस्से को संरक्षित किया है, पुलिस अधिकारियों की ज़िम्मेदारी लगाई है कि कोई छेड़छाड़ न हो। न्यायालय का निर्णय आने के बाद हम इसके बारे में आगे विचार करेंगे। तब विश्व हिन्दू परिषद तय कर पाएगी कि आगामी कदम कौन से होंगे।