Yogi government issued guidelines related to lockdown 4.0

    Loading

    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के युवाओं को पूर्व नौकरशाह (Former Bureaucrats) उद्यमी बनने के गुर सिखाएंगे। डिग्री स्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को रोजगार (Employment) और उद्यमिता (Entrepreneurship) के बारे में जागरूक करने के लिए योगी सरकार (Yogi Government) ने सेवानिवृत्त अफसरों (Retired Officers) की सेवाएं ली हैं। 

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्रों से संवाद के लिए 48 पूर्व नौकरशाहों की एक टीम गठित की है। इस टीम में 12 आईएएस, 6-6 आईपीएस और आईएफएस और 24 पूर्व शिक्षाविद शामिल हैं। यह टीम प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों का दौरा कर छात्रों से संवाद स्थापित करेगी और रोजगार से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी। 

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि हाल ही में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएस) के मद्देनजर पूर्व नौकरशाहों की सेवाएं ली जा रही हैं। नौकरशाहों और शिक्षाविदों की टीम जीआईएस की उपयोगिता के बारे में युवाओं को बताएगी। मंगलवार को इन सेवानिवृत्त अफसरों और शिक्षाविदों की टीम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्त अफसरों से कहा कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक जीवन में उनके लंबे अनुभव का लाभ लेना चाहती है और जीआईएस के बारे में युवाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी उन्हें सौंप रही है। इतना ही नहीं हाल ही में प्रदेश में होने वाले जी-20 की शिखर बैठकों में भी युवाओं का सहयोग लिया जाएगा। टीम युवाओं को जी-20 की मेजबानी से होने वाले लाभ के बारे में भी बताएगी। 

    अभी तक 20 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुआ 

    जीआईएस और जी-20 को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से गठित पूर्व नौकरशाहों की टीम जिलों में युवाओं को बजट से उन्हें होने वाले लाभ की भी जानकारी देगी। युवाओं के संवाद के दौरान टीम केंद्रीय बजट की विभिन्न योजनाओं और आवंटनों के बारे में जानकारी देगी। मुख्यमंत्री ने टीम से कहा कि 2017 में जब उन्होंने प्रदेश की बागडोर संभाली थी तो अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी दयनीय थी। उनकी सरकार ने नीतिगत सुधार और व्यवस्था के सरलीकरण के मिशन मोड में काम किया। पहले निवेशक सम्मेलन में ही 4.68 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। इससे उत्साहित होकर अब वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत अब तक 20 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिल चुके हैं। 

    G-20 की वैन को हरी झंडी दिखाकर सीएम योगी ने किया रवाना 

    वसुधैव कुटुम्बकम के ध्येय वाक्य के साथ भारत में आयोजित हो रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर उत्तर प्रदेश में तैयारियां जोरों पर हैं। प्रदेश में जी-20 से जुड़े कुल 11 समिट होंगे, जिनकी शुरुआत आगामी 10 फरवरी से आगरा से होने जा रही है। जी-20 सम्मेलन के जरिए प्रदेश के विकास सहित डिजिटल यूपी की तस्वीर भी विदेशी मेहमानों के सामने पेश की जाएगी। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पांच कालीदास मार्ग से जी-20 वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ‘सफर डिजिटल इंडिया का’ को प्रदर्शित करने वाली इस वैन में भारत में डिजिटल क्रांति की पूरी गाथा वीएफएक्स के माध्यम से देखने को मिलेगी। वैन के जरिए स्कूलों-कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को डिजिटल इंडिया की जानकारी दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, मंडलायुक्त रौशन जैकब, डीएम सूर्यपाल गंगवार भी मौजूद रहे।

    यूपी के हर जिले को मिले निवेश के प्रस्ताव

    मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और विदेशों के अलावा जिलों की भी निवेश प्रस्ताव लाने में बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई जिला ऐसा नहीं है जहां निवेश प्रस्ताव न मिले हों। उनका कहना है कि प्रदेश के पिछड़े इलाकों में भी हजारों करोड़ रुपये के उद्योगों के लिए प्रस्ताव मिले हैं।