Keshav Prasad Maurya
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लखनऊ: भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ में दिव्यांग लोगों के पुनर्वास प्रारंभिक पहचान और हस्तक्षेप विषय पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने शिक्षा को सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों को निरक्षरता, अज्ञानता और अंधविश्वास से मुक्ति के साधन के रूप में देखा। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का पूरा जीवन ही एक संदेश है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में विकलांग को दिव्यांग नाम दिया, उनके सुझाव के बाद से यह शब्द चलन में है। 

उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के प्रति समाज में दो महत्वपूर्ण कार्य करने की जरूरत है एक तो वैज्ञानिक तरीका और दूसरा वैचारिक बदलाव हों। वैज्ञानिक तरीके में श्रवण यंत्र, चश्मा ,वैशाखी जैसे सहायक, तकनीकी उपकरणों और सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से लाभान्वित किया जाता है। आजादी के अमृत काल में हम सभी को मिलकर  विकलांग सोच को बदलना जरूरी है जो कि सक्षम और अक्षम के बीच खाई खोदने का काम करता है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार दिव्यांगों के कल्याण के लिए तैयार किए जाने वाले ज्यादातर कार्यक्रमों योजनाओं में कृपा का भाव नहीं होता है, बल्कि समानता की अवधारणा होती हैं। दिव्यांगजनों के शिक्षण और पुनर्वास के लिए प्राइमरी स्तर से के विशेष विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक विशेषीकृत शिक्षा का प्रबंधन किया गया है।

पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई है

उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे दिव्यांग परिवार जो आवासविहीन, कच्चे ,जर्जर आवास में निवास कर रहे हैं उनको मुख्यमंत्री आवास योजना -ग्रामीण की पात्रता श्रेणी में सम्मिलित कराने का निर्णय ग्राम विकास विभाग द्वारा लिया गया है। उत्तर प्रदेश के 2023-24 के बजट में दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत दिव्यांग भरण पोषण के लिए अनुदान के लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आवास योजना सहित अन्य योजनाओं से गरीबों के जीवन में खुशहाली लाए जा रही है। प्रदेश में पहली बार दिव्यांग जनों को आवास देने के लिए प्राथमिकता की श्रेणी में लाया गया है।

पंच तीर्थों को विकसित किया गया

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए पंच तीर्थों को विकसित किया गया है यह सब कार्य भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में होता हुआ देखकर हम सब को गर्व की अनुभूति होती है। बाबा साहब के सपनों को साकार करने की दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही हैं। भ्रष्टाचार मुक्त भारत देना ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के माध्यम से बहुत ही अच्छे कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल स्मार्ट सिटी ही नहीं स्मार्ट विलेज भी बनेंगे। जब गांव समृद्ध और सशक्त होंगे तभी राष्ट्र समृद्ध होगा। उन्होंने कहा यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं अगर ग्राम विकास विभाग में शोध करना चाहते हैं तो विभाग इसके लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 2047 तब तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और हम सबको मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ना है। उत्तर प्रदेश में लगभग 60 लाख लोगों को पक्के मकान दिए गए हैं। आवास ही नहीं, आवास के साथ शौचालय और अन्य सुविधाएं दी गई हैं। हमारा उद्देश्य और लक्ष्य गरीबों के जीवन में खुशहाली लाना हैं। उन्होंने कहा बिना भेदभाव के हर घर नल योजना में 2024 तक प्रत्येक घर में नल से जल उपलब्ध कराना है।

बिना किसी भेदभाव के कार्य कर रहे हैं

सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास और सबको सम्मान और सबको स्थान व स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि हम इसी भावना से बिना किसी भेदभाव के कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप लोग अपने विश्वविद्यालय में माह में कम से कम एक दिन साफ-सफाई के लिए समर्पित करें। हम सबको मिलकर भारत को दुनिया में नंबर-1 बनाना है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी की एक पुस्तिका का विमोचन भी किया।