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  • दावे और आपत्तियां प्राप्त करने की बढ़ाई गई अवधि का अधिक से अधिक प्रचार कर अर्ह मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए राजनीतिक दल करें सहयोग - अजय कुमार शुक्ला
  • मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर प्रत्येक अर्ह मतदाता का नाम जुड़वाने के लिए की अपील

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लखनऊ : प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (State Chief Electoral Officer) अजय कुमार शुक्ला ने आज अपने कार्यालय में राजनीतिक दलों (Political Parties) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने दलों से अनुरोध किया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अर्हता तिथि 1 जनवरी 2022 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की गतिविधियों के तहत दावे और आपत्तियां प्राप्त करने की पूर्व निर्धारित समय सीमा 1 नवंबर, 2021 से 30 नवंबर, 2021 को राज्य के संदर्भ में बढ़ाकर 1 नवंबर से 5 दिसंबर 2021 तक कर दिया गया है।

इसका अपने स्तर से भी व्यापक प्रचार प्रसार कराकर अर्ह मतदाताओं को मतदाता बनाने का प्रयास करें। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन हो जाने के उपरांत मतदाता सूची वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा दावे और आपत्तियों के निस्तारण की पूर्व निर्धारित तिथि 20 दिसंबर 2021 और निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन की तिथि 5 जनवरी 2022 में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आज समस्त मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और  राज्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ अपने कार्यालय कक्ष में बैठक कर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी दीे। उन्होंने कहा कि समस्त राजनीतिक दल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बढ़ाई गई अवधि का अधिक से अधिक उपयोग कर योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में सम्मिलित कराने का पूरा सहयोग करें। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा तैनात किए गए कार्मिकों को भी निर्देशित किया गया है कि कोई भी अर्ह मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने से ना छूटने पाए।

बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, विशेष कार्याधिकारी निर्वाचन रमेश चंद्र राय, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी  अम्बरीष कुमार श्रीवास्तव के साथ भाजपा, समाजवादी पार्टी, बीएसपी, एनसीपी, टीएमसी, आरएलडी आदि दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।