कौशांबी के सिटिंग विधायक का टिकट कटा, फिर भी MLA शीतला प्रसाद पटेल ने बांटा लड्डू

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    कौशांबी : कुछ दिनों पहले ही चुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों के चुनाव की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है। वहीं कौशांबी (Kaushambi) के सिटिंग भाजपा विधायक शीतला प्रसाद पटेल (BJP MLA Sheetla Prasad Patel) ने यूपी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में टिकट कटने के बाद भी लोगों को लड्डू बांट कर खुशियां मनाईं और जमकर फटाके फोडे। बता दें कि कौशांबी से उत्तर प्रदेश  के उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) सिराथू विधानसभा सीट (Sirathu Assembly Seat) से चुनाव लड़ेंगे। विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने  कहा कि उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य  की यह सीट उन्हीं को अर्पित की है।

    उपमुख्यमंत्री मौर्य के सिराथू विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद सिराथू विधानसभा से मौजूदा विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यह सीट थी, जहां से उन्होंने 2012 में चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज की थी। डिप्टी सीएम ने ही मुझे विधायक बनाया। आज उन्हें खुशी है कि उन्होंने डिप्टी सीएम की यह सीट उन्हीं को अर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह कड़ी मेहनत कर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को यहां से जीत दर्ज कराएंगे। 

    2012 के विधानसभा चुनाव में केशव मौर्य पहली बार विधायक बने

    इसके पहले 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में केशव मौर्य अपने इसी गृह क्षेत्र सिराथू से पहली बार विधायक चुने गए थे और भाजपा पहली बार इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब हुई थी। इस सीट पर इसके पहले लगातार सपा और बसपा का कब्जा हुआ करता था। 2012 में इलाहाबाद मंडल के चारों जिलों इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर से एकमात्र भाजपा विधायक केशव प्रसाद मौर्य चुने गए थे। वर्ष 2013 में इलाहाबाद के केपी कालेज में ईसाई धर्मप्रचारक पीटर यंगरीन के आगमन के विरोध का नेतृत्व करने के कारण उनकी ख्याति प्रदेश भर में फैली और 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनको फूलपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जिसमें वह 3 लाख से अधिक वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मराज सिंह पटेल को पराजित कर सांसद बनें।

    सिराथू में 3 लाख 65 हज़ार 153 मतदाता 

    सिराथू विधानसभा के जातिगत समीकरण को देखें तो यहां अनुसूचित जाति वर्ग के तकरीबन 45 फीसदी मतदाता, पिछड़े वर्ग के 24 फीसदी मतदाता और अन्य करीब 32 फीसदी हैं। इस लिहाज से इस सीट पर हार जीत का फैसला अनुसूचित वर्ग के मतदाताओं के हाथ में रहता है। सिराथू में मौजूदा समय में 3 लाख 65 हज़ार 153 कुल मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 95 हज़ार 660 और महिला मतदाता 1 लाख 69 हज़ार 492 हैं।  2012 में सिराथू में केशव द्वारा कमल खिलाने के बाद 2014 के उपचुनाव में इस पर साइकिल यानी सपा का कब्जा हो गया था, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में यह फिर से भाजपा के पास आ गयी थी। 2017 विधानसभा चुनाव में सिराथू विधानसभा सीट पर कुल 17 प्रत्याशी मैदान में रहे जिसमें भाजपा के विजयी प्रत्याशी शीतला प्रसाद ने 78621 मत प्राप्त किया था,जबकि दूसरे स्थान पर सपा के वाचस्पति को 52418 वोट मिले थे और बसपा प्रत्याशी सईदुल रब 42782 वोट हासिल कर पाए थे।