खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों का को बढ़ावा देने के लिए केशव प्रसाद मौर्य ने कही ये बात, पढ़ें डिटेल्स

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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केंद्र लखनऊ में नवीनतम टेक्नोलॉजी (New Technology) के अत्याधुनिक विशेषण उपकरणों के माध्यम से खाद्य पदार्थों के विश्लेषण और प्रसंस्करण में और अधिक तेजी आएगी और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों का को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस संबंध में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के संबंधित अधिकारियों को व्यापक दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नवीनतम और आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों को पूरी निष्ठा और मनोयोग से कार्य करना होगा।

    गौरतलब है कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर बुधवार को अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश ने क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केन्द्र  लखनऊ में नवीनतम टेक्नोलाजी के अत्याधुनिक विश्लेषण उपकरणों के माध्यम से खाद्य पर्दार्थों के विश्लेषण की सुविधा का शुभारंभ किया गया। क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केन्द्र, लखनऊ के सभागार में  बुधवार को आर-फेक गवर्निग काउन्सिल की 19 वी बैठक अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उ० प्र० एम. वी. एस. रामी रेड्डी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। 

    बैठक में राज्य सरकार की ओर से मुख्य रूप से निदेशक उद्यान और खाद्य प्रसंस्करण विभाग, अपर निदेशक राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद हेड सीएफटीआरआई, संयुक्त निदेशक पशुपालन, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग ( प्लानिंग ) लखनऊ एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में करने वाले विभिन्न एनजीओ खाद्य प्रसंस्करण इन्ड्रस्टीज आदि के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

    बैठक में बताया गया कि इस केन्द्र से खाद्य पदार्थों के नमूनों की निर्धारित राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मानकों के अनुसार परीक्षण का लाभ अत्यन्त कम समय में उठा सकते हैं। आर-फ्रेक का मुख्य उद्देश्य कृषकों को उनकी उपज का अधिकतम मूल्य दिलाना, उन्हें सस्ती दरों पर परीक्षण / विश्लेषण की सुविधा उपलब्ध कराकर उनकी आय में वृद्धि कराना है ।