लखनऊ. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur Khiri Violence) में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (MoS Home Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) को शनिवार देर रात 10 बजे तक 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। अजय मिश्रा टेनी के घर शुक्रवार को दूसरा नोटिस चस्पा होने के बाद आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के ऑफिस में पर्यवेक्षण समिति के सामने पेश हुए थे।
कोर्ट में किया जाएगा पेश
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा, “गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं करने और कुछ सवालों के जवाब नहीं देने के कारण गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट में पेश किया जाएगा।”
Ashish Mishra, son of MoS Home Ajay Mishra Teni, has been arrested as he was not cooperating during the interrogation and didn't answer few questions. He will be produced before the court: DIG Upendra Agarwal, Saharanpur pic.twitter.com/nLG3HcmNME
— ANI UP (@ANINewsUP) October 9, 2021
समय से पहले पहुंचे आशीष मिश्र
उल्लेखनीय है कि आशीष मिश्र शनिवार सुबह पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच ऑफिस में तय समय से पहले पहुंच गए थे। उन्हें 11 बजे पेश होना था लेकिन वह 10.38 बजे ही पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ दो वकील अवधेश सिंह और अवधेश दुबे भी क्राइम ब्रांच के ऑफिस में मौजूद थे।
आशीष मिश्र के जवाबों से संतुष्ट नहीं हुई जांच टीम
सूत्रों मुताबिक आशीष मिश्र से देर रात तक 12 घंटे पूछताछ की गई। इस दौरान पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष और डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में जांच टीम ने आशीष से कई सवाल किए जिसका आशीष ने वीडियो फुटेज के साथ जवाब दिए। लेकिन जांच टीम आशीष के सवालों से संतुष्ट नहीं हुई जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
आशीष मिश्र पर क्या है आरोप?
लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाने में बहराइच जिले के निवासी जगजीत सिंह की ओर से सोमवार को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्र उर्फ मोनू पर 15-20 अज्ञात लोगों के साथ किसानों के ऊपर जीप चढ़ाने और गोली चलाने का आरोप लगा गया है। जगजीत सिंह की तहरीर पर सोमवार को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा उर्फ मोनू तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल से वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि, 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रहे थे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं पुराने तय रास्ते पर तिकोनिया गांव पर भाजपा सांसद के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ियों ने पैदल चल रहे किसानों को टक्कर मार दी। जिसमें चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद वहां मौजूद भीड़ ने गाड़ियों के ऊपर हमला कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार समेत तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ ने पीटकर मार डाला।
किसान संगठन ने जहां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर गाड़ी से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री और के सांसद मिश्र ने इसे नकारते हुए आंदोलन करियों पर पहले हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने का दावा किया है।