नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Violence Updates) में हुई हिंसक घटना की चर्चा पूरे देश में हो रही है। हर तरफ से इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इन सब के बीच उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लखीमपुर खीरी जाने के लिए अपने आवास से निकले तो थे, लेकिन पुलिस वालों ने उन्हें 100 मीटर दूर पर ही रोक लिया। जिसके बाद अखिलेश वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ समाजवादी पार्टी के सैंकड़ों कार्यकर्ता भी हैं।
वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है। गृह राज्य मंत्री को इस्तीफ़ा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था उन्हें भी इस्तीफा देना चाहिए। जिन किसानों की जान गई है उन्हें 2 करोड़ रुपये की मदद हो, परिवार की सरकारी नौकरी हो। साथ ही लखनऊ में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया।
अखिलेश यादव का बयान-
Even Britishers would not have committed the kind of atrocities this govt is committing against farmers. MoS Home Ajay Mishra & Deputy CM (Keshav Prasad Maurya) should resign. Rs 2 crores & govt job should be given to next of kin of the farmers who died: SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Rz4Oa0RHLQ
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
देखें वीडियो-
#WATCH | Lucknow: Police take Samajwadi Party president Akhilesh Yadav into custody outside his residence where he staged a sit-in protest after being stopped from going to Lakhimpur Kheri where 8 people died in violence yesterday pic.twitter.com/VYk12Qt87H
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
अखिलेश ने कहा कि जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई है उन्हें धारा 302 में तत्काल जेल भेजना चाहिए। सरकार हिटलरशाही का समय याद दिला रही है कि अगर आप उनसे सहमत नहीं हो तो गाड़ी चढ़ा दी जाएगी या पुलिस से गोली मरवा दी जाएगी।