अपनी किताबें कार्गो ई-बाइक पर कॉलेज ले जाती हैं लखनऊ की प्रोफेसर ऐश्वर्या सिंह!

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    स्टेटिस्टिका के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय केवल काम पर जाने के लिए हर रोज 39 मिनट बिताते हैं, जिसमें वे 10 -15 किमी की दूरी तय करते हैं। और यह समय भी सिर्फ एक तरफ जाने में लगता है! समय जो यह नुकसान हो रहा है उससे बचना मुश्किल है लेकिन भारत निश्चित रूप से आने-जाने में लगने वाले घंटों को कम करने के लिए रचनात्मक समाधानों को लागू कर रहा है, और कार्गो ई-बाइक उनमें से एक है।

    चाहे आप अपनी भारी-भरकम फाइलों का बोझ लिए काम पर जा रहे हों या किराने का सामान लेने के लिए छोटी-मोटी भागदौड़ कर रहे हों, ये हेवी-ड्यूटी वाली हल्की ई-बाइक आपको ट्रैफ़िक के बीच से आसानी से गुजरने की सुविधा प्रदान करती है और आपका पर्याप्त समय बचाने में मदद करती हैं। और ऐश्वर्या ने बिल्कुल यही समाधान अपनाया!

    ऐश्वर्या सिंह लखनऊ के बाबा साहेब अम्बेडकर विश्वविद्यालय में रिसर्च स्कॉलर हैं और फिलहाल पीएचडी कर रही हैं। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने दोपहिया वाहन के बजाय ई-बाइक को क्यों चुना, तो उन्होंने बताया कि “शुरू में तो मैं अपने कॉलेज पैदल जाया करती थी और इन भारी-भरकम किताबों को अपने साथ ले जाना रोजमर्रा की परेशानी थी। लेकिन तभी मैंने ऐसे समाधान की तलाश शुरू की जो मेरा समय और प्रयास भी बचाते हुए मेरे इस शारीरिक बोझ को कम कर सके।

    मैंने किफायती समाधानों के लिए इंटरनेट पर वीडियो देखना शुरू किया और तभी मुझे हीरो लेक्ट्रो की कार्गो ई-बाइक्स दिखीं। हालांकि ई-बाइक कॉमर्शियल उपयोग के लिए अधिक उपयुक्त लग रही थी, फिर भी मैंने इसे आजमाने का फैसला किया और एक ई-बाइक खरीद लिया, और इससे मेरे आने-जाने की समस्या का समाधान निकल गया है। मुझे अच्छा लगा कि ई-बाइक काफी व्यावहारिक, अच्छी बनावट वाली और पर्यावरण-अनुकूल साबित हुई।”

    कुछ अन्य फायदों के बारे में बताते हुए, ऐश्वर्या कहती हैं कि उन्होंने अपने रोज के आने-जाने में लगने वाले समय को काफी कम कर लिया है। “पहले मुझे विश्वविद्यालय पहुंचने में पच्चीस मिनट लगते थे, लेकिन अब मुझे केवल पांच मिनट लगते हैं। और अब मेरे लिए अपनी जरूरत के अनुसार पेडल या थ्रॉटल करके अपनी भारी-भरकम किताबें ले जाना काफी आसान हो गया है।”

    ऐश्वर्या निजी इस्तेमाल के लिए कार्गो ई-बाइक की अपनी पसंद से खुश हैं। वह इसके मजबूत फ्रेम और आसानी से चार्ज होने वाली बैटरी से  को पसंद करती हैं, क्योंकि इस बैटरी से वह हर दिन अपनी यात्रा पूरी कर लेती हैं। उनका कहना है कि हीरो लेक्ट्रो विन एक्स चलाते हुए उनको कुछ समय हो गया है, और अब वह अन्य लोगों से भी ई-बाइक की सवारी करने की सिफारिश करेंगी।