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    नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी मामले को लेकर बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है। किसान संगठनो ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों के ऊपर गाडी चढ़ाने का आरोप लगा है। वहीं अब इस मामले पर गृह राज्यमंत्री का बयान आमने आया है। उन्होंने लग रहे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि, “प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गाड़ियों पर तलवार और डंडे से किया हमला किया। जिसमें चार कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है।”

    भाजपा के कार्यकर्ताओं की हुई लिंचिंग

    एक समाचार चैनल से बात करते हुए अजय मिश्रा ने कहा, “मुझ पर जो आरोप लगा रहे हैं, वह पूरी तरह गलत है। सबसे पहले वहां प्रदर्शन आकर रहे लोगों ने हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया। लाठी-डंडो और तलवार से हमला किया गया। इस हमले में हमारे चार कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है। जिनमें से एक मेरा ड्राईवर भी है।”

    केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हिंसा करने वालों ने हमारे कार्यकर्ताओं को रोक कर उनपर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने गाड़ी को आग भी लगा दी, जिसमें चार कार्यकर्ताओं की मौत हुई है। इसी के साथ उन्होंने इस घटना के कई वीडियो भी होने का दावा किया। साथ ही उन्होंने कहा कि, “ये जो सब हुआ है वह पूरी सोची समझी साजिश हैकिसानों के अंदोलन उपद्रवी घुस गए जिन्होंने हिंसा की है।”

    मेरा बेटा वहां होते तो उसे भी मार देते 

    केद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरे बेटे के ऊपर प्रदर्शनकारियों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाया जारहा है। लेकिन वह पूरे समय तह हमारे साथ कार्यक्रम में मौजूद था, जिसका वीडियो भी मीडिया और सरकार के पास मौजूद है। यह एक पूरी सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है, अगर मेरा बेटा भी वहां मौजूद होता तो वह उसे भी मार देते

    राजनीतिक दौरों का हुआ ऐलान?

    लखीमपुर खीरी में हुई इस घटना के बाद राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कल लखीमपुर-खीरी जाने वाली है। वहीं समाजवादी पार्टी सुप्रीमों अखिलेश यादव एक प्रतिनिधि मंडल के साथ घटना स्थल का दौरा करेंगे। वहीं आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद भी आने वाले हैं। वहीं टीएमसी भी अपना एक प्रतिनिधि मंडल लखीमपुर-खीरी भेजने वाला है

    क्या है मामला? 

    दरअसल, रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुँचाने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रही थी। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं जब दूसरे रास्ते से जैसे ही भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया

    इसी दौरान गाड़ी के निचे आने से चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। जिसके बाद घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया हैवहीं इस घटना के बाद गुस्साए आंदोलन कारियों ने भाजपा नेताओं की गाड़ियों पर खुद तोड़-फोड़ की और सड़क से निचे पलटकर आग लगा दी