लखनऊ. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur Khiri Violence) को लेकर सियासी घमासान (Politics) जारी है। विपक्ष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गया है। गुरुवार को यूपी पुलिस (UP Police) ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र (Ajay Kumar Mishra) के लखीमपुर खीरी स्थित आवास के बाहर नोटिस चस्पा कर उनके बेटे आशीष मिश्र (Ashish Mishra) को हिंसा के सिलसिले में आठ अक्टूबर को पेश होने को कहा था, लेकिन वह पेश नहीं हो सके। इसी बीच अब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के घर पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने दिवंगत पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मुलाकात के बाद कहा, “जब तक अजय कुमार मिश्रा (अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होता, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा। इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा।”
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्दू ने लखीमपुर हिंसा के दिवंगत पत्रकार रमन कश्यप के घर में भूख हड़ताल शूरू की। इससे पहले उन्होंने कहा था कि जब तक अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होते, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा। https://t.co/W6oQl8vJLU pic.twitter.com/h7lXvHbsDr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 8, 2021
जांच के लिए दो महीने का समय
इस मामले में न्यायिक जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है। जांच के लिए दो महीने का समय दिया गया है। इस मामले की जांच उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) प्रदीप कुमार श्रीवास्तव करेंगे। उन्होंने कहा कि जांच आयोग अधिनियम 1952 (1952 की अधिनियम संख्या 60) की धारा 3 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राज्यपाल ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को आयोग के एकल सदस्य के रूप में नियुक्त किया है।
क्या है मामला?
दरअसल, रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रहे थे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं पुराने तय रास्ते पर तिकोनिया गांव पर भाजपा सांसद के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ियों ने पैदल चल रहे किसानों को टक्कर मार दी। जिसमें चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद वहां मौजूद भीड़ ने गाड़ियों के ऊपर हमला कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार समेत तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ ने पीटकर मार डाला।
किसान संगठन ने जहां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर गाड़ी से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री और के सांसद मिश्रा ने इसे नकारते हुए आंदोलन करियों पर पहले हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने का दावा किया है।