Tripura Assembly Elections 2023
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    मुंबई: देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रवासी भाजपा कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) की तैयारियों में जुट गए हैं। इस चुनाव में अमेरिका (US), ब्रिटेन (UK) सहित यूरोप (Europe) के कई देशों में रहने वाले भारतीय प्रवासी (NRI) भी भाजपा (BJP) के लिए वोट मांगने की तैयारी की है। इसके लिए प्रवासी भारतीयों की टीम अलग-अलग जिलों में जानी शुरु हो गयी है। 

    उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन चुनाव की बिसात बिछनी शुरु हो गयी है। चुनाव की रणनीति मुंबई और दिल्ली में भी बन रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से प्रभावित होकर लगभग 300 एनआरआई यूपी में भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की तैयारी की है। प्रवासी भारतीयों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की वजह से विदेशों में भारतीयों की विश्वनीयता बढ़ी है। अब भारतीय नागरिकों की अलग तरह की छवि बनी है। उत्तर प्रदेश की तस्वीर भी बदली है।

     “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” का स्लोगन महज नाटक 

     मूल रुप से उप्र के भदोही जिला अंतर्गत सेवापुरी नेवादा की रहने वाली रश्मि मिश्रा लंदन में शिक्षिका हैं। वे वहां इन्सपाइरिंग इंडियन ओमेन नामक संस्था के मध्यम से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। इन दिनों मुंबई में हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए तैयार हैं। रश्मि बताती हैं कि चूंकि पूर्वांचल में योगी आदित्यनाथ लोकप्रिय हैं। उन्होंने महिलाओं रोजगार दिलाने के लिए कई योजनाएं शुरु की है इसमें अमूल डेरी की स्थापना शामिल है।  रश्मि योगी से प्रभावित होकर यूपी में चुनाव प्रचार करने अपनी टीम के साथ जाने वाली हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” के स्लोगन पर उनका कहना है कि यह सब नाटक है। प्रियंका गांधी इतने दिनों तक कहां थी? अब तक उनका चेहरा केवल चुनाव के समय ही दिखाई डेटा रहा है।  रश्मि मिश्रा कहती हैं कि यदि प्रियंका गांधी महिलाओं और लड़कियों की सच में हितैषी हैं, तो इतने दिनों तक उन्होंने अपने जज्बात को क्यों दबाए रखा। सिर्फ इलेक्शन के वक्त ही ऐसे नारे कांग्रेस की ओर से लगाए जाते हैं।  उन्होंने यह भी कहा कि यूपी का ब्राह्मण वर्ग भाजपा से बिल्कुल नाराज नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कामन वेल्थ गेम के समय उन्होंने खालिस्तानियों के सामने तिरंगा फहराया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने स्काटलैंड भी गयी थीं।

     योगी बन सकते हैं देश के प्रधानमंत्री 

    गुजरात के पोरबंदर के मूल निवासी निलेश जोशी लंदन में इंवेस्टमेंट कंसल्टेंट का काम  काम करते हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने भारत आए हैं। मुंबई के नरीमन पाइंट स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में उन्होंने बताया कि जब से नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री पद का कार्यभार ग्रहण किया है तब से भारतीय पासपोर्ट की वैल्यू बढ़ी है। जो लोग पहले भारतीयों को हिकारत की नजर से देखते थे अब वही सम्मान देते हैं।जोशी ने यह भी बताया कि योगी आदित्यनाथ आने वाले समय में प्रधानमंत्री पद  के भी उम्मीदवार हो सकते हैं।  इसलिए वे और उनकी टीम यूपी में जाकर उनका सपोर्ट करने वाली है। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 2007 में यूपी गए थे। उस वक्त मेरठ से गुजरते वक्त ड्राइवर ने बताया कि रात होने से पहले यहां से गुजरना होगा नहीं तो एनआरआई होने की वजह से किडनैप कर फिरौती मांगी जा सकती है। जबकि इस बार जब मैं अपने परिवार के साथ फिर से यूपी घुमने गया, तो मुझे वहां भय मुक्त माहौल नजर आया। जोशी बताते हैं कि फिलहाल यूके से उनके साथ तीन लोग मुंबई आए हैं। जो यूपी विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे।