लखनऊ. लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Khiri Violence) मामले को लेकर सियासत लगातार गहराती जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका (Priyanka Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत पार्टी नेताओं ने सोमवार को देश के अनेक हिस्सों में मौन विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र को बर्खास्त करने की मांग की है। इसी बीच प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मंत्री को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
प्रियंका ने अपने अधिकारी ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, “मंत्री का बेटा किसानों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार। क्या अब भी मंत्री को अपने पद पर बने रहने का है अधिकार? निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की बर्खास्तगी जरूरी है। नरेंद्र मोदी अपने मंत्री को संरक्षण देना बंद करिए।”
मंत्री का बेटा किसानों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार
क्या अब भी मंत्री को अपने पद पर बने रहने का है अधिकार?
निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की बर्खास्तगी जरूरी है। @narendramodi जी अपने मंत्री को संरक्षण देना बंद करिए।#KisanKoNyayDo pic.twitter.com/ihq30F3z4D
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 11, 2021
न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही भाजपा
उधर राहुल गांधी ने भी भाजपा पर आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र को बर्खास्त नहीं करके (भाजपा) लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में न्याय प्रक्रिया को अवरुद्ध कर रही है। राहुल अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, “इस मंत्री को बर्खास्त ना करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है। केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।” उन्होंने अपने ट्वीट के साथ हैशटैग ‘किसान को न्याय दो’ का भी इस्तेमाल किया।
इस मंत्री को बर्खास्त ना करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है।
केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।#KisanKoNyayDo
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 11, 2021
केंद्र सरकार को नहीं किसानों की परवाह
उल्लेखनीय है कि अजय कुमार मिश्र ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही उसे तीन अक्टूबर को हिंसा की घटना में मारे गये भाजपा कार्यकर्ताओं की चिंता है।
आशीष मिश्र तीन दिन की पुलिस रिमांड में
ज्ञात हो कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के बेटे आशीष मिश्र को अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। अदालत में ऑनलाइन सुनवाई के दौरान एसआईटी ने 14 दिन की कस्टडी मांगी थी। बता दें कि शनिवार को एसआईटी ने करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
आशीष मिश्र पर क्या है आरोप?
लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाने में बहराइच जिले के निवासी जगजीत सिंह की ओर से सोमवार को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्र उर्फ मोनू पर 15-20 अज्ञात लोगों के साथ किसानों के ऊपर जीप चढ़ाने और गोली चलाने का आरोप लगा गया है। जगजीत सिंह की तहरीर पर सोमवार को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्र उर्फ मोनू तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल से वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि, 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के गांव में राज्य सरकार ने कई उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम रखा हुआ था। जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। इसी को लेकर किसान सुबह से ही उनका विरोध कर रहे थे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए केशव प्रसाद दूसरे रास्ते से कार्यक्रम पहुंचे। वहीं पुराने तय रास्ते पर तिकोनिया गांव पर भाजपा सांसद के कार्यकर्ता तीन गाड़ियों से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ियों ने पैदल चल रहे किसानों को टक्कर मार दी। जिसमें चार किसनों की मौत हो गई, और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद वहां मौजूद भीड़ ने गाड़ियों के ऊपर हमला कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार समेत तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को भीड़ ने पीटकर मार डाला।
किसान संगठन ने जहां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर गाड़ी से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री ने इसे नकारते हुए आंदोलन करियों पर पहले हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने का दावा किया है।