एक दिन में SP को लगा दूसरा झटका, विधानसभा उपाध्यक्ष और हरदोसी से विधायक नितिन अग्रवाल ने छोड़ी पार्टी

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    लखनऊ: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के लिए बुधवार का दिन झटकों वाला रहा। सुबह जहां घर की बहू अपर्णा यादव ने सपा को छोड़ भारतीय जनता में शामिल हो गई। वहीं शाम होते-होते हरदोई से विधायक और विधानसभा में उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया। अग्रवाल जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। 

    बतादें कि, नितिन अग्रवाल राज्य सभा सांसद नरेश अग्रवाल के बेटे हैं। विधानसभा अध्यक्ष को भेजे अपने पत्र में अग्रवाल ने लिखा कि, “मैं सदन से अपने स्थान से 19 जनवरी 2022 को इस्तीफा दे रहा हूँ।” इसी के साथ अखिलेश यादव को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “मैं आज से समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्य्ता से इस्तीफा दे रहा हूँ। कृपया इसे स्वीकार करें।” नितिन अग्रवाल 2007 से हरदोई से विधायक है। इसके पहले उनके पिता नरेश अग्रवाल लगातार सात बार इस सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। 

    भाजपा के समर्थन से बने थे विधानसभा उपाध्यक्ष

    उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव के समय नितिन अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी से बगावत कर दी थी। जिसके बाद से भाजपा ने उन्हें इस चुनाव में अपना समर्थन दिया था। जिसके बाद वह सदन के उपाध्यक्ष चुने गए थे। उसके बाद से ही उनके भाजपा में जाने का तय हो गया था। वहीं उनके पिता नरेश अग्रवाल 2019 लोकसभा चुनाव के पहले सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। 

    टिकट कटने से नाराज विधायक ने दिया इस्तीफा 

    जलालाबाद सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शरद वीर सिंह ने इस बार अपना टिकट कटने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल अपने त्यागपत्र में सिंह ने आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नीतियों से भटक गई है। 

    नाराज विधायक ने कहा, “उनका टिकट काटकर नीरज मौर्य को दे दिया गया है, इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है।”  भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी भाजपा की सदस्यता नहीं ली है लेकिन टिकट के लिए आवेदन जरूर किया है। अगर उन्हें पार्टी टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ेंगे, अन्यथा जिसे भी भाजपा का टिकट मिलेगा उसे चुनाव में मदद करेंगे।”