वाराणसी. समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं (SP Workers) ने मंगलवार को वाराणसी (Varanasi) के पहाड़िया मंडी इलाके (Pahadia Mandi) में एक ईवीएम स्ट्रांग रूम (EVM Strong Room) के बाहर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Kumar) का आरोप है कि वाराणसी में ईवीएम ले जा रहे एक ट्रक को रोका गया था। ट्रक में ईवीएम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थी
अखिलेश के आरोपों के बाद वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने कहा कि, “कल वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है। उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थी। उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया। उन लोगों में यह भ्रम हुआ कि कहीं ये वो EVM मशीनें तो नहीं हैं।”
हंगामा जारी ! https://t.co/aV6P2hsUFj pic.twitter.com/hTNceRPqwL
— Sanjay sharma (@Editor__Sanjay) March 8, 2022
All candidates have been called, list of EVMs that were used on polling day were mailed to them. Hard copy being given today. These 20 EVMs (for training), are separately kept in vehicle. Numbers are being matched & shown to candidates that these are not polled EVMs: Varanasi DM pic.twitter.com/jdUg0Utnsc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 8, 2022
सपा कार्यकर्ताओं की भीड़
जिलाधिकारी ने कहा, “बाद में यहां भीड़ हो गई थी। सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया। अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बुलाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो EVM ले जाई जा रही थी वह सभी ट्रेनिंग के लिए थी।”
बिना EVM के काउंटिंग ट्रेनिंग
उन्होंने कहा, “ये EVM और वो EVM आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए नहीं है। सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही है। हमने अब निर्णय लिया है कि कल जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना EVM के ही करवा दी जाएगी।”
Varanasi District Magistrate Kaushal Raj Sharma held a meeting with representatives of several parties after Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav's claims of electronic voting machines being manipulated 2 days before poll results pic.twitter.com/9TfI31eoI3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 8, 2022
उम्मीदवारों की मीटिंग
जिलाधिकारी ने कहा, “सभी उम्मीदवारों को बुलाया गया है। मतदान के दिन इस्तेमाल किए गए ईवीएम की सूची उन्हें मेल कर दी गई थी। हार्ड कॉपी आज दी जा रही है। इन 20 ईवीएम (प्रशिक्षण के लिए) को अलग से वाहन में रखा गया है। नंबरों का मिलान किया जा रहा है और उम्मीदवारों को दिखाया जा रहा है कि ये मतदान ईवीएम नहीं हैं।”