नई दिल्ली/मथुरा. उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) से मिली एक अचरज भरी खबर के अनुसार, यहां मथुरा (Mathura) में एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला है। दरअसल यहां एक ही नंबर के 2 वाहन चल रहे है। वहीं बीते बुधवार को कार और बस का नंबर एक ही होने पर कार मालिक ने स्कूल बस को देखकर रास्ते पर रोक लिया। काफी देर तक सड़क पर हुई जद्दोजहद के बाद उक्त मामला शहर कोतवाली पहुंचा। जिसके बाद एक ही नंबर दो वाहनों के होने पर पुलिस और परिवहन विभाग भी अब माथे का पसीना पोंछते हुए मामले की जांच में जुट गए।
कार के नंबर पर चल रही कॉलेज बस भी
दरअसल शहर कोतवाली इलाके के भरतपुर गेट पर टूर एंड ट्रैवल कंपनी के मालिक अनुज अग्रवाल अपनी बाइक से ऑफिस जा रहे थे। इसी दौरान वहां से निजी यूनिवर्सिटी की एक बस निकली।
वहीं अनुज की नजर बस के नंबर पर गई तो वह बुरी तरह से चौंके। उनका चौंकना भी लाजमी था, क्योंकि बस पर जो लगी नंबर प्लेट पर जो वाहन संख्या अंकित थी वह नंबर तो खुद उनकी अर्टिगा कार का था। दरअसल अनुज की अर्टिगा का नम्बर UP 85 DT 1234 है और यही नंबर कॉलेज बस पर भी लिखा हुआ था।
Mathura | Two vehicles- a bus and a car- have been found using the same vehicle registration number plate
Action will be taken against the one using the fake number plate: Manoj Kumar, Assistant RTO pic.twitter.com/EIWy5VMDhP
— ANI (@ANI) February 9, 2023
बस में थे स्टूडेंट
बाद में अनुज ने बस का नंबर देखकर बस को रूकवाया। जानकारी के अनुसार बस शहर के स्टेट बैंक चौराहा से हाई वे पर स्थित निजी यूनिवर्सिटी रूट पर चलती है और बस में उस वक़्त भी स्टूडेंट मौजूद थे। जबकि बस पर सिंबोसिस स्कूल साइड की तरफ लिखा हुआ था। अनुज ने बस रुकवाकर ड्राईवर से बात की और नंबर की जानकारी की तो चालक नीरज कुमार सक्सेना ने इस बारे में पूरी तरह से अनभिज्ञता जताई।
मौके पर पहुंची पुलिस भी परेशान
तब मौके पर फैले असमंजस और गहमागहमी के चलते अनुज ने फ़ौरन ही पुलिस को फोन कर दिया। सूचना मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस दौरान अनुज ने अपनी अर्टिगा कार को भी तुरंत ही मौके पर बुला लिया। तब मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दोनों वाहनों के एक ही नंबर देखे तो वह भी चकरा गई वह दोनों वाहनों को कोतवाली ले आई और बस में सवार स्टूडेंट को दूसरे वाहन से यूनिवर्सिटी भेज दिया गया।
हैरान-परेशान पुलिस जांच में जुटी
बस और कार को कोतवाली लाने के बाद पुलिस ने इसकी जानकारी परिवहन विभाग को भी दी। जिसके बाद पुलिस और परिवहन विभाग इस मामले की जांच में जुट गए। कार स्वामी अनुज ने बताया कि यह परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही है। अगर इन दोनों वाहनों में से किसी एक से हादसा हो जाता है तो परेशानी निर्दोष व्यक्ति को ही झेलनी पड़ेगी।
बस किसी शिक्षण संस्थान के नाम से
पतासाजी में परिवहन विभाग के अनुसार बस शिक्षण संस्थान छत्र वन पब्लिक स्कूल के नाम से है। इस पर छोटी गाड़ी का नंबर लिखा हुआ है। यह नंबर कैसे लिख गया यह अब जांच का विषय है।
क्या कहता है परिवहन विभाग
वहीं मामले पर मनोज कुमार, सहायक RTO,मथुरा ने कहा कि, कोतवाली में मामला संज्ञान में आया था कि एक ही नंबर से एक बस और एक गाड़ी संचालित की जा रही है। मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया है। जो फर्जी नंबर लेकर संचालित कर रह हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कर कार्रवाई की जाएगी।