शराब पीने से अब तक सात ग्रामीणों की मौत, नौ अधिकारी निलंबित, चार गिरफ्तार

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    चित्रकूट: चित्रकूट जिले (Chitrakoot District) के राजापुर थाना क्षेत्र के खोपा गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब (Poisons Liquor) पीने से अब तक सात ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और प्रयागराज (Prayagraj) के अस्पताल में आठ बीमारों का उपचार चल रहा है जिनमें दो की हालत गंभीर बतायी जा रही है। इस सिलसिले में उपजिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक समेत नौ अधिकारियों तथा कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है और चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

    चित्रकूट जिले के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शैलेन्द्र कुमार राय ने सोमवार को बताया कि शराब पीने से खोपा गांव के पांच ग्रामीणों की मौत हुई थी। वहीं आज इलाज के लिए प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल भेजे गए ग्रामीणों में से भदेदू गांव के चुन्ना (45) और देवारी गांव के जयनारायण (45) की भी मौत हो गयी। घटना में अभी तक कुल सात लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि खोपा, भदेदू और देवारी गांव के कुल आठ ग्रामीणों का इलाज प्रयागराज में अभी चल रहा है। एएसपी ने बताया कि शराब पीने से बीमार हुए लोगों की सख्या बढ़ रही है। पुलिस ऐसे मरीजों की खोजबीन में जुटी है।

    राय ने बताया कि मामले में राजापुर थाना के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है। अब निलंबित अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या नौ हो गयी है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में सात आरोपियों के खिलाफ हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इनमें चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

    चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण ने सोमवार को ‘भाषा’ को बताया, “चित्रकूट जिले के खोपा गांव में शराब पीने से अब तक पांच ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती कराए गए दो लोगों की हालत अभी गंभीर है।” उन्होंने बताया, “सीताराम (60) की मौत शनिवार की शाम गांव में ही हो गयी थी। मुन्ना सिंह (40) की मौत रविवार सुबह राजापुर के एक निजी अस्पताल में हुई। सत्यम (22) और दुर्विजय सिंह (32) ने प्रयागराज ले जाते समय कौशांबी जिले के मंझनपुर में दम तोड़ दिया था।”

    आईजी ने बताया कि बबली सिंह (38) की मौत रविवार देर रात प्रयागराज के अस्पताल में इलाज के दौरान हुई और गंभीर रूप से बीमार निवर्तमान ग्राम प्रधान मनोहर और छोटू उर्फ विवेक (24) का अभी इलाज चल रहा है। इस बीच, राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए राजापुर के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) राहुल कश्यप विश्वकर्मा, पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) रामप्रकाश, जिला आबकारी अधिकारी चतर सेन, आबकारी निरीक्षक अशरफ अली सिद्दीकी को रविवार देर शाम निलंबित कर दिया।

    आईजी ने बताया कि इस मामले में स्थानीय स्तर पर बीट के उपनिरीक्षक (एसआई) बृजेश पांडेय, सिपाही भूपेंद्र सिंह तथा एक अन्य सिपाही के साथ-साथ लेखपाल राजेश कुमार को भी निलंबित किया जा चुका है। गांव के चौकीदार सुनील कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया, “इस सिलसिले में बरद्वारा शराब ठेके के मालिक रामप्रकाश यादव, खोपा गांव के परचून दुकानदार त्रिलोक सिंह और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शराब ठेका और परचून की दुकान को भी सील कर दिया गया है।”

    अधिकारी ने कहा, “शराब जहरीली थी या नहीं, यह जांच से स्पष्ट होगा। मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।(एजेंसी)