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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (State Rural Livelihood Mission) के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों को लगातार दिए जा रहे प्रोत्साहन और उत्साहवर्धन के बहुत ही सार्थक, सकारात्मक और सराहनीय परिणाम निखर कर आ रहे हैं। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर स्वतन्त्रता सप्ताह और हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल और सार्थक बनाने की दिशा मे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा लगभग डेढ़ करोड़ तिरंगे  झण्डे बनाने और वितरित करने का अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है ,वहीं हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने और रक्षाबंधन के पावन त्यौहार में चार चांद लगाने को आतुर स्वयं सहायता समूहों की हुनरमंद सखियों द्वारा तिरंगा राखी, तिरंगा ब्रेसलेट, तिरंगा बैज आदि भी बनाए जा रहे हैं। 

    उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा इस प्रकार की सामग्री को बनाकर जहां अपने स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त कर महिला सशक्तीकरण के सरकार के सार्थक प्रयासों में सक्रिय भागीदारी की जा रही है, वहीं नागरिकों के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करने और स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव जगाया जा रहा है।

    राष्ट्रप्रेम की अलख जगाई जा रही 

    उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राष्ट्रीय महत्व, राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने में समूहों द्वारा तिरंगे झण्डे बनाकर जहां देश और समाज के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है, वहीं राष्ट्र प्रेम की भावना को बलवती बनाने का कार्य भी किया जा रहा है या यूं कहें कि राष्ट्रप्रेम की अलख जगाई जा रही है। इस कार्य में प्रदेश में 9,361 स्वयं सहायता समूहों की 37,725 महिलाएं लगी हुई हैं। 

    उपमुख्यमंत्री मौर्य ने की सराहना

    उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम के माध्यम से देश के अमर वीर शहीदों के त्याग, बलिदान, साहस और  शौर्य की प्रेरक स्मृतियां तो ताजा होंगी ही, साथ ही भावी पीढ़ी को प्रेरणादायक संदेश भी मिलेगा। उपमुख्यमंत्री मौर्य  ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सराहना भी की है।

    4,000 समूह सदस्यों ने किया लाखों राखियों का निर्माण

    राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रदेश के लगभग समस्त जनपदों में राखी निर्माण का कार्य अभियान के रूप में चलाया जा रहा है, जिसमें सघन रूप से देवरिया, सोनभद्र ,बाराबंकी सुल्तानपुर, कानपुर देहात, गोंडा ,अलीगढ़, बागपत, प्रयागराज, लखनऊ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, बरेली औरैया और अंबेडकर नगर आदि में लगभग 4,000 समूह सदस्यों द्वारा लाखों राखियों का निर्माण किया जा रहा है। 

    एप पर राखियों की बिक्री

    समूह द्वारा बनाई जा रही तिरंगा राखी, तिरंगा ब्रेसलेट, तिरंगा बैज आदि बाजारों के साथ-साथ अमेजॉन फ्लिपकार्ट और मीशो एप पर अधिक संख्या में बिक्री हो रही है साथ ही साथ गाजियाबाद  में सूखे फूलों अनाजों और ड्राईफ्रूट से बनी राखियां बेहद आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।  बागपत में पिछले वर्ष समूह सदस्यों ने लगभग 50 लाख रुपए से अधिक की राखी का निर्माण किया था, वहीं राज्य स्तर पर पिछले वर्ष लगभग 5 करोड़ रुपए से अधिक की राखी निर्माण का कार्य हुआ था। इस वर्ष भी 5 करोड़ से अधिक की राखी का व्यापार समूहों द्वारा किए जाने की संभावना है। जनपदों में प्रशासन द्वारा बिक्री करने वाले समूहों  द्वारा निर्मित राखियों की बिक्री सुनिश्चित कराने में अपेक्षित सहयोग दिया जा रहा है, वहीं पूर्व से ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर समूह द्वारा अमेजॉन फ्लिपकार्ट और मीशो एप पर राखियों की बिक्री की जा रही है। मिष्ठान व्यापार में जुड़े समूहों द्वारा विभिन्न प्रकार की मिठाइयां और त्यौहार से संबंधित व्यंजन भी तैयार करके बाजारों में बिक्री किए जा रहे हैं। पूजा सामग्री से जुड़े समूह विशेष रुप से राखी थाली चुनरी, धूप ,अगरबत्ती ,रोली, कुमकुम , चंदन आदि का निर्माण करते हुए बाजारों में बिक्री किए जा रहे हैं।