लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भाजपा की पुनः सरकार बनने के बाद से ही राज्य के अध्यक्ष पद की दावेदारी पर उहापोह का माहौल बना हुआ है। खबरों के मुताबिक हाल ही में कार्यकारिणी की बैठक हुई है। जिसके बाद से ही यूपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की चर्चा तेज हो गई है। दावेदरों का खेमा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यालय का में पहुंच कर अपनी दावेदारी का दम भर रहें हैं। शनिवार की शाम तक इस पर से पर्दा उठ सकता है।
विदित है स्वतंत्र देव सिंह के योगी सरकार में मंत्री बन जानें के बाद से ही प्रदेश का नया अध्यक्ष बनना तय हैं। यूपी की राजनीती में जातिवाद का एक अहम स्थान देखा जाता है। आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा किसी ब्राम्हण या पिछड़ा वर्ग पर दांव खेल सकती है। भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में 29 मई को होनी है। जिसमे आगामी कार्ययोजना पर विचार मंथन भी होगा। नए अध्यक्ष पद के दावेदारी की बात करें तो पिछड़ा वर्ग से केंद्रीय राजयमंत्री संजीव बालियान, केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा व पंचायती राज्य मंत्री भूपेंद्र चौधरी का नाम प्रमुख की श्रेणी में बताया जा रहा है। तो वहीं ब्राम्हण खेमे में महेश शर्मा, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, सासंद सुब्रत पाठक के नाम की चर्चा जोरों पर हैं।
गौरतलब है उत्तर प्रदेश में 11 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूर्ण हो रहा हैं। 10 जून को 11 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है। नामकंन की अंतिम तारीख 31 मई है। इनके पहले की सीटों की बात करें तो भाजपा के पास कुल 5 तो वहीं सपा 3 और बसपा 2 पर काबिज है, जबकि कांग्रेस का सिर्फ एक सांसद है। ऐसा माना जा रहा है भाजपा आज और कल में राज्यसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती हैं। इसके पहले भाजपा से राज्यसभा सीटों के लिए लगभग 21 नाम भेजे जा चुकें हैं। जिनमें जयप्रकाश, नरेश अग्रवाल, संजय सेठ, जफर इस्लाम, शिव प्रताप शुक्ला, सुरेंद्र नागर, प्रियंका रावत के नाम सम्मलित है।