The matter of UP police beating a man in front of the child heated up, Varun Gandhi raised questions on law and order, then Priyanka took a dig at CM Yogi

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    नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) देहात में पुलिस (Police) की बर्बरता का एक वीडियो (Video) सामने आने के बाद राजनीति गरमा गई है। वीडियो के तेज़ी से वायरल (Viral Video) होने के बाद बीजेपी नेता वरुण गांधी (BJP Leader Varun Gandhi) ने यूपी (Uttar Pradesh) में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं तो वहीं प्रियंका गांधी (Congress Leader Priyanka Gandhi) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) पर तंज कसा है। बताया जा रहा है कि, इस मामले में एक्शन लेते हुए यूपी पुलिस (Uttar Pradesh Police) की फजीहत होती देख अकबरपुर के एसएचओ विनोद कुमार मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है। इस बीच वीडियो में बच्चे को गोद में लिए लाठियां खा रहा शख्स भी सामने आया है और उसने पूरी घटना की सच्चाई बताई है। 

    दरअसल वीडियो में दिखाई दे रहे शख्स का नाम पुनीत शुक्ला है। एक रिपोर्ट के अनुसार उसने इस मामले हकीकत मीडिया के सामने रखी है। पुनीत ने बताया कि, अकबरपुर जिला अस्पताल के कैंपस में पानी भर रहा था इसका विरोध करते हुए कुछ लोग उनके भाई रजनीश शुक्ला के पास आए। रजनीश मौके पर हालात देखने पहुंचे  इस दौरान अस्पताल में कामकाज भी जारी था। रिपोर्ट के अनुसार पुनीत ने बताया कि, ‘मेरे भाई जब वहां बैठे थे तो थोड़ी देर बाद पुलिस आई और उन पर लाठीचार्ज करने लगी। जैसे ही मैं अपने भाई को बचाने गया तो उन्होंने मुझ पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान मेरे हाथों में मेरी बच्ची बिट्टो थी। पुनीत ने बताया कि, कुछ पुलिसवालों ने बिट्टो को मुझसे छीन लिया। 

    इस बीच पुलिसवालों का शख्स को पीटते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस वीडियो को ट्विटर पर साझा किया है और यूपी के सीएम योगी पर तंज कसा है। प्रियंका गांधी ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, ‘योगी आदित्यनाथ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश: मानवाधिकारों के उल्लंघन में #1’

    वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। वरुण गांधी ने भी इस वीडियो को ट्वीटर पर शेयर किया है। उन्होंने वीडियो साझा कर लिखा है, ‘सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है।भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं।’

    दरअसल, तेज़ी से वायरल हो रहे इस वीडियो में मासूम बच्ची को गोद में लिए एक शख़्स पर पुलिस के जमकर लाठियां भांजते हुए देखा जा सकता है। हालांकि युवक भी पुलिस के द्वारा एक अपराधी बताया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि, पुलिसवालों ने न सिर्फ लाठियों से शख्स की पिटाई की बल्कि उसकी गोद में मौजूद मासूम को भी छीनने की कोशिश की गई। 

    इस मामले पर कानपुर देहात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, ” कुछ लोग इस इलाके में अराजकता फैला रहे थे, वे अस्पताल की OPD को बंद कर रहे थे और मरीजों को डरा भी रहे थे। हमने उन्हें रोकने के लिए बस हल्का बल प्रयोग किया। ” वहीं इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने माना कि युवक पर अत्यधिक बल प्रयोग किया गया था।हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि वह आदमी अस्पताल में निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश भी कर रहा था। जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने और उसे रोकने की भरसक कोशिश की, तो उसने एक पुलिस निरीक्षक का हाथ ही काट दिया था।