यूपी को उत्कृष्ट प्रदेश बनाने में कारगर होगी जीआईएस की भूमिका: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

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    लखनऊ : यूपी जीआईएस (UP GIS) के समापन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने कहा कि नीतिगत सुधारों को सामने रख उत्तर प्रदेश ने देश दुनिया के लोगों को निवेश (Investment) के लिए आमंत्रित किया है। इस संदर्भ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की भूमिका उत्तर प्रदेश को उत्कृष्ट प्रदेश (Excellent State) बनाने में कारगर होगी। 

    राज्यपाल पटेल ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट सिर्फ औपचारिकता नहीं है। शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री और समापन अवसर पर राष्ट्रपति का मार्गदर्शन मिलना इस समिति की गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अपनी राजनीतिक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विशेषता को बनाए रखते हुए उत्तर प्रदेश ने विगत पांच-छह वर्षों में एक नई पहचान बनाई है। आज उत्तर प्रदेश की पहचान सुशासन से है। यह देश का ग्रोथ इंजन बन रहा है। एक नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है। अब यूपी का मतलब शिक्षा का हब, उद्योग का हब, निवेश का हब और निवेश फ्रेंडली माहौल का हब है। जीआईएस के शुभारंभ अवसर पर पीएम मोदी के कथन उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन और विश्व से विश्व के कई बड़े देशों से अधिक सामर्थ्य अकेले यूपी में है का उद्धरण करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में सकारात्मक परिवर्तन धरातल पर दिखाई दे रहे हैं। यहां निर्यात दोगुना हो चुका है। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और सुदृढ़ कानून व्यवस्था से औद्योगिक घरानों का आकर्षण उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए बढ़ा है। विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ उत्तर प्रदेश में वायु, जल, सड़क और रेल कनेक्टिविटी की निर्बाध सुविधा निरंतर प्राप्त हो रही है। यही कारण है कि दुनिया भर के औद्योगिक घराने अब बीमारू राज्य की छवि भुलाकर उत्तर प्रदेश को निवेश का ब्राइट स्पॉट बनाएंगे।

    हमने ईज अफ डूइंग बिजनेस में 6 स्थानों की छलांग लगाई है

    आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हम निवेश के लिए राज्य को वन स्टॉप डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इनवेस्ट यूपी द्वारा विकसित निवेश मित्र और निवेश सारथी एक बड़ी उपलब्धि हैं। हमने ईज अफ डूइंग बिजनेस में 6 स्थानों की छलांग लगाई है। स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों समेत सभी प्रकार के कामगारों को रोजगार के विभिन्न अवसर प्राप्त हो सकेंगे। 

    नेचुरल फार्मिंग पर जोर दिया जा रहा है

    राज्यपाल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश एजुकेशन हब के रूप में पहचाना जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से बड़े रिफॉर्म हुए हैं नए-नए विश्वविद्यालय और कॉलेज खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश के ‘श्रीअन्न’ मोटे अनाज को मान्यता मिल रही है और नेचुरल फार्मिंग पर जोर दिया जा रहा है। किसान प्रोत्साहित किए जा रहे हैं, ग्लोबल मार्केट का विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इनवेस्टर समिट न केवल यूपी बल्कि पीएम के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।