गणतंत्र दिवस पर इस बार यूपी की झांकी में अयोध्या, पिछले साल रहा था काशी

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    लखनऊ : देश में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राजपथ (Rajpath) पर राज्यों द्वारा अपनी प्रस्तुत झांकियों (Tableaux) में संस्कृति (Culture), भाषा (Language), साहित्य (Literature) और संगीत (Music) की झलक दिखाई जाएगी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ने अपनी झांकी में अयोध्या (Ayodhya) में बनने वाले राम मंदिर (Ram Mandir) को दर्शाया और अपनी झांकी का थीम भी अयोध्या, उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत रखा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्यों की झांकियों की प्रदर्शनी में लगातार दो बार अवार्ड हासिल करने वाले उत्तर प्रदेश ने इस बार भी पूरी तैयारी कर ली है और इस बार की तैयारी का थीम है। 

    उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी का अद्वितीय दीपोत्सव राम राज्य के समरस और सौहार्द पूर्द समाज का संदेश सम्पूर्ण विश्व और समस्त मानव जाति तक पहुंचाने का एक पावन, अलौकिक और दिव्य प्रयास है। 

    प्रस्तुत झांकी के अग्र भाग में प्रभु श्रीराम के कुल गुरु ऋषि वशिष्ठ को दर्शाया गया है, साथ ही दीपों को भी। यह दीप अंधकार को हटा कर प्रकाश को फैलाने के साथ साथ ज्ञान के प्रतीक हैं। ऋषि वशिष्ठ भी भारतीय संस्कृति और ज्ञान की परम्परा के वाहक हैं। झांकी के मध्य भाग में प्रभु श्रीराम के आगमन पर मनाये जाने वाले दीपोत्सव के तहत अयोध्या नगरी को दीप द्वारा से सजाया गया है। इसके साथ ही, मध्य भाग में प्रभु श्रीराम के अनुज श्री भरत सहित अन्य परिजन हैं। 

    झांकी के पृष्ठ भाग में प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण सहित उनकी सेना पुष्पक विमान से अयोध्या नगरी वापस लौट रही है। सम्पूर्ण अयोध्या में हर्ष और उल्लास का वातावरण है। झांकी के बायें और दायें भाग में राम की पैड़ी, सरयू घाट अदि पर अयोध्या में मनाये जाने वाले भव्य दीपोत्सव को प्रदर्शित गया है। वर्ष प्रतिवर्ष अयोध्या दीपोत्सव नये कीर्तिमान रच रहा है। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि दीपोत्सव के माध्यम से पर्यटन, आय और रोजगार के नये अवसर उपलब्ध हुए हैं।