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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित धर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसकी जानकारी राज्य के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने दी। सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में एडीजी ने यह भी बताया कि, आरोपी को इस काम के लिए उसे विदेशों से आर्थिक सहायता मिलती थी। 

    32 ज़िलों में कार्रवाई की जा रही 

    एडीजी कुमार ने बताया कि, “ATS के द्वारा उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेंटर में धर्मांतरित हुए व्यक्तियों का भी सत्यापन कराया जा रहा है। इसके लिए 32 ज़िलों जिनमें प्रयागराज, बुलंदशहर, बिजनौर, कानपुर, मेरठ, मथुरा भी शामिल हैं। इनके पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर कार्रवाई की जा रही है।”

    उन्होंने कहा, “जो तथ्य प्राप्त होंगे उसमें पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान आगे की पूछताछ की जाएगी। इसके अतिरिक्त लखनऊ, गाजियाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, नोएडा, वाराणसी, आजमगढ़ और आगरा में ATS के द्वारा स्वयं भी सत्यापन किया जा रहा है।”

    विदेशी फंड के लिए व्यक्तिगत खातों का इस्तेमाल 

    प्रशांत कुमार ने बताया कि, “प्रकाश में आया है कि अभियुक्त उमर गौतम के द्वारा अपनी तथा अपने परिवार के व्यक्तिगत बैंक खातों का प्रयोग विदेशों से धन लेने के लिए किया गया है। यह फॉरेन करेंसी रेगुलेशन एक्ट 2010 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है।”

    उन्होंने आगे कहा, “अभियुक्त उमर गौतम द्वारा फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट के खातों में आए धन को व्यक्तिगत रूप से उपयोग करने हेतु अपने परिवार के बैंक खातों में स्थानांतरित किया गया है। उसके द्वारा इस ट्रस्ट का आज तक न तो कोई ऑडिट कराया गया है न ही कोई इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया गया है।”