Purvanchal Expressway

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बनकर तैयार हुए देश के सबसे लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) करेंगे। इस 341 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल यात्रा करने वालों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। उद्घाटन के मौके पर मंगलवार को प्रधानमंत्री के सामने एक्सप्रेस-वे पर सुल्तानपुर (Sultanpur) के कुड़ेभार में वायुसेना (Air Force) के राफेल (Rafale), मिराज (Miraj), सुखोई (Sukhoi) सहित कई फाइटर विमान भी कलाबाजियां दिखाते हुए उतरेंगे।

    यूपी इंडस्ट्रियल एंड एक्सप्रेस वेज अथारिटी (यूपीइडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह से पहले मुख्यमंत्री ने दो बार पूर्वांचल एक्सप्रेस का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा समय से पहले कम दाम में एक्सप्रेस वे बनाने की जो अब पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर सिर्फ़ दो टोल प्लाज़ा होंगे। एक्सप्रेस-वे फिलहाल ट्रायल रन पर रहेगा और किसी तरह का टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। आगे आने वाले कुछ महीनों में टोल के शुल्क का फ़ैसला लिया जाएगा। अवस्थी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर इलेक्ट्रॉनिक वाहन निःशुल्क चार्ज करने के व्यवस्था की जा रही है।

     गाजीपुर से लखनऊ साढ़े तीन घंटे में पहुंच सकते हैं

    यूपीडा सीईओ ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे द्वारा गाजीपुर से लखनऊ साढ़े तीन घंटे में पहुंच सकते हैं। इसे सिक्स लेन का बनाया गया है, जबकि इसके अगल-बगल 8 लेन की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। इस एक्सप्रेस-वे की स्पीड 100 किलोमीटर निर्धारित की गयी है और यहां 402 किलोमीटर लंबी सर्विस लेन है। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों को ईंधन भरने के लिए पेट्रोल पंपों को संचालित किया जा रहा है। इसमें रिलायंस और इंडियन आयल के पंप शामिल हैं।

    कई जिले होंगे लाभान्वित

    इस परियोजना से प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिले लाभान्वित होंगे। इस एक्सप्रेस-वे के तहत कुल 22 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 बड़े व 114 छोटे सेतु, 265 अण्डरपास और 507 पुलियों का निर्माण कार्य किया गया है। इस परियोजना के तहत निर्माण कार्यों के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कुल 8 पैकेजों में बांटा गया है।

    एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे

    अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर पुलिस पेट्रोलिंग के लिए 112 सेवा स्थापित कर दी गई है और पुलिस चौकी भी बनाई जाएंगी इसके अतिरिक्त सोमवार को  एक नया आदेश मुख्यमंत्री ने किया कि इसमें हेलीपैड भी बनाया जाएगा। इसमें हर प्रकार के जहाज उतारे जा सकते हैं। सोमवार को ही मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हवाई सर्वेक्षण भी किया। एक्सप्रेस-वे निर्माण से प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए देश की राजधानी से जुड़ जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मऊ जिले के रानीपुर से भी जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर लखनऊ जिले के चांदसराय गांव से शुरु होकर बिहार सीमा से 18 किमी पहले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव पर समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे परियोजना की कुल अनुमानित लागत रुपए 22494.94 करोड़ रुपए है।

    पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया तक ले जाने की योजना

    यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भी बिहार की सीमा पर बसे जिले बलिया तक ले जाने की भी योजना है। योगी सरकार ने निर्माणाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई भी बढ़ाने का फैसला किया है। पहले गाजीपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेस वे की लंबाई अब बलिया तक होगी। औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद दिल्ली की सीमा से बिहार तक रास्ता आधे समय में तय किया जा सकेगा।