वाराणसी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार (Yogi Government) रोज़ नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। वाराणसी (Varanasi) की धरती से पहली बार हॉट एयर बैलून ने उड़ान भरा। अभी तक लोगों ने बनारस (Banaras) के सुबह की छटा को गंगा के किनारे घाटों से देखा होगा, पर अब योगी सरकार बनारस की सुबह के साथ ही घाटों की लम्बी शृंखला को आसमान से देखने का भी मौका दे रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की सरकार ने वाराणसी में तीन दिनों का हॉट एयर बैलून फेस्टिवल (Hot Air Balloon Festival) का आयोजन किया है। पर्यटक एडवेंचर टूरिज्म का आनंद ले रहे हैं। पर्यटक 19 नवंबर को देव दीपावली (Dev Deepawali) भी हॉट बैलन से देख सकेंगे। पर्यटकों के रुझान को देखते हुए सरकार इसका आगे भी संचालन कर सकती है।
#WATCH | A three-day hot air balloon show began in Varanasi yesterday in a bid to boost tourism, ahead of Dev Deepawali. pic.twitter.com/wG9IFbxHNB
— ANI UP (@ANINewsUP) November 18, 2021
बदलते काशी की बदलती तस्वीर
बदलते काशी की बदलती तस्वीर अब लोग हाट एयर बैलून पर सवार होकर देख़ सकते हैं। बनारस के गंगा घाट हों या शहर, करीब एक घंटे की बैलून राइड में लगभग पूरे काशी का दर्शन हो जाएगा। अभी तक लोगों ने गलियों में घूमकर काशी को देखा होगा, लेकिन अब योगी सरकार ने आसमान से भी काशी दर्शन का प्रबंध कर दिया है। PM मोदी और CM योगी के प्रयासों से वाराणसी के चतुर्दिक विकास में पर्यटन उद्योग भी एक महत्पूर्ण कड़ी है। कोविड काल में पर्यटन उद्योग पर भी काफी असर देखने को मिला था। हॉट एयर बैलून फेस्टिवल मंद पड़े पर्यटन उद्योग को संजीवनी देने का काम रही है।
हॉट बैलून एयर का सफर बेहद रोमांचक
पर्यटक अमित और पुनीत ने बताया कि हॉट बैलून एयर का सफर बेहद रोमांचक है। हॉट एयर बैलून पर सवार होकर सूर्योदय और शहर दोनों बेहद खूबसूरत नजर आ रहा था। देव दीपावली पर जब घाटों पर दीपक जलेंगे तो यह नज़ारा और भी अद्भुत होगा। हॉट एयर बैलून की विदेशी पायलट ने कहा कि वाराणसी जैसा नजारा आज तक उन्होंने कहीं नहीं देखा है।
तीन दिवसीय हॉट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन
वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने देव दीपावली के मौके पर तीन दिवसीय हॉट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया है। पर्यटन विभाग के मुताबिक 18 और 19 नवंबर रात्रि की उड़ान टेडर्ड फ्लाइट के माध्यम से होगी, जबकि सुबह की उड़ान पूरे शहर में होगी। टेडर्ड उड़ान में बैलून का नीचे का सिरा रस्सी से बंधा होगा और उड़ान नियंत्रित होगी और करीब 50 मीटर ऊपर तक बैलून उड़ सकेगा। बैलून गंगा पार डोमरी क्षेत्र से उड़ान भर रहा है।