बनारस में पर्यटकों को एक छत के नीचे मिलेंगे सभी स्थानीय उत्पाद

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) को भव्य रुप देने के बाद वाराणसी (Varanasi) में बड़ी तादाद में उमड़ रहे पर्यटकों (Tourists) को एक छत के नीचे सभी स्थानीय उत्पाद उपलब्ध कराने की कवायद शुरु की जा रही है। वाराणसी में प्रदेश सरकार की योजना एक बड़ा शापिंग माल (Shopping Mall) बनाने की है जहां सभी स्थानीय उत्पादों की खरीददारी की जा सकेगी और पौणारिक शहर की सभी खासियतें दिख सकेंगी। इस काम का जिम्मा वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) को दिया गया है।

    योजना के तहत दुनिया को लुभाने वाले लकड़ी के खिलौनों से लेकर बनारसी साड़ियों सहित बनारस की पहचान बन चुके हर उत्पाद को एक छत के नीचे मुहैया कराया जाएगा। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) इसके लिए रिंग रोड पर एडवेंचर सिटी विकसित करने की तैयारी में है। यहां प्रदेश का सबसे बड़ा मॉल बनाने के साथ ही पर्यटकों को लुभाने के लिए कई तरह के एडवेंचर गेम भी उपलब्ध होंगे। परियोजना को अमली जामा पहनाने के लिए प्राधिकरण रिंग रोड और बाबतपुरप हवाई अड्डे वाली सड़क के दोनो ओर जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे करा रहा है।

    काशी में बढ़ रही पर्यटकों की संख्या

    अधिकारियों के मुताबिक, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के विकसित हो जाने के बाद वाराणसी में बाहर से आने वाले पर्यटकों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। काशी विश्वनाथ के भव्य स्वरूप निर्माण के बाद आम दिनों में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु बनारस आ रहे हैं और विशेष अवसरों पर यह संख्या पांच से 10 लाख तक पहुंच रही है। इसे देखते हुए एक ऐसी जगह विकसित की जाएगी जहां स्थानीय उत्पादों की खरीदारी के लिए लोग आसानी से पहुंच सके और एक ही जगह सभी चीजें मिल सकें।

    गंगा के किनारे दशाश्वमेध प्लाजा का निर्माण 

    काशी विश्वनाथ कारीडोर के साथ ही गंगा के किनारे प्राधिकरण ने दशाश्वमेध प्लाजा का निर्माण किया है। इसके साथ ही अब रिंग रोड़ पर नया शापिंग माल विकसित किए जाने की तैयारी है। इस माल में बनारसी साड़ी, खिलौने, हथकरघा, हस्तशिल्प के साथ ही प्रसिद्ध खानपान की चीजों के साथ ही पर्यटकों को आर्टिफिशियल वाटर स्पोर्ट्स, एडवेंचर राइडिंग (झूला) आदि की सुविधा भी मिलेगी। नया शापिंग माल बनाने के पीछे प्राधिकरण की मंशा कम समय के लिए वाराणसी आने वाले पर्यटकों को एक ही स्थान पर सभी कुछ उपलब्ध करा देने की भी है। इससे शहर के कारोबारियों का धंधा तो चमकेगा ही साथ ही सरकार को मिलने वाले राजस्व में भी वृद्धि होगी।