नई दिल्ली: यूपी चुनाव (UP Assembly Election 2022) के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज वर्चुअल रैली ‘जन चौपाल’ को संबोधित किया। इस दौरान पीएम के निशाने पर यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) रहे। मोदी ने इस दौरान अखिलेश पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जो सोता रहता है उसे सपने आते हैं।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘मैं कभी-कभी सुनता हूं कि कुछ लोगों को सपने आते हैं। आप सबको मालूम है, सपने किसको आते हैं, जो सोता रहता है। जो जागता है वो संकल्प लेता है। मोदी ने कहा कि योगी जी जागने वाले नेता है, संकल्प करने वाले नेता हैं।
पीएम मोदी ने अखिलेश पर कसा तंज-
Sometimes I hear about the dreams of some people. You all know that the only person who sleeps can see dreams. Those who are awake take resolutions. Yogi Ji is a leader who is always awake, and hence, he takes resolutions. This is the difference: PM Narendra Modi pic.twitter.com/0SSRYM8SgQ
— ANI (@ANI) January 31, 2022
मोदी ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की ये वो धरती है जिसने 1857 की क्रांति में देश को एकजुटता का संदेश दिया था, कमल के फूल और रोटी ने हमेशा देश को बांटने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया। हम एकजुट रहेंगे तो कोई हमें कभी परास्त नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था, तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने पूरी ईमानदारी और निष्ठा से आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है। वे बोले कि हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, वो खुलकर भाजपा के साथ हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 साल पहले दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। पहले व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी।
PM ने कहा कि जो लोग सत्ता खोने के अंधविश्वास से नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो UP के युवाओं के टैलेंट का सम्मान कर सकते हैं?