yogi-akhilesh
File Pic

    Loading

    लखनऊ. समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि सपा द्वारा समाजवादियों और बहुजनवादियों के साथ गठबंधन के नतीजे भले ही अपेक्षा के अनुरूप न रहे हों, लेकिन इससे यह जाहिर हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सिर्फ सपा ही हरा सकती है। यादव ने सपा के प्रांतीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादियों ने कोशिश की थी, ऐतिहासिक फैसला लिया था।

    देश के करोड़ों लोग सपना देख रहे थे कि बहुजन की ताकतें एक साथ एक मंच पर खड़ी हो जाएं, जो कभी डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने देखा था। वर्ष 2019 में समाजवादियों ने त्याग करके उस सपने को साकार करने की कोशिश की थी। समाजवादी लोग जो चाहते थे कि बड़ी जीत हासिल हो लेकिन जिस तरह के लोग सत्ता में हैं उन्होंने हर चीज का दुरुपयोग किया। हम कामयाब नहीं हुए।”

    उन्होंने कहा, ‘‘उसके बाद दोबारा समाजवादियों ने मिलकर वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा। जो दल उस समय भाजपा को हटाने के लिए संघर्ष कर रहे थे उन सबको साथ लेकर हम लोगों ने एक मंच पर एक गठबंधन तैयार किया। हम जीत नहीं पाए, लेकिन मैं यह कह सकता हूं 2019 और 2022 के प्रयोग ने और जिस तरह से हमारे नेता और कार्यकर्ताओं ने काम किया, भले ही हमें अपेक्षित सफलता न मिली हो लेकिन हम समाजवादी लोग जान गए हैं कि भाजपा का मुकाबला अगर कोई कर सकता है और कोई उसे हरा सकता है तो वह समाजवादी पार्टी है।”

    इससे पहले, अधिवेशन में नरेश उत्तम पटेल को एक बार फिर सपा का प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया। अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई देते हुए कहा, ‘‘आने वाले समय में जो चुनौतियां हैं, उनका मुकाबला हम सब मिलकर करेंगे। संगठन के साथ-साथ हमारे सभी साथी मिलकर समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। यह लड़ाई बड़ी है जो समाज में बांटने वाली ताकतें हैं उनको सत्ता से बाहर निकालने का काम हम मिलकर करेंगे।” यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा की कड़ी आलोचना करते हुए उसे हर मोर्चे पर विफल बताया। साथ ही अपनी पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हासिल की गई उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि सपा को जब जब सत्ता में आने का मौका मिला तो उसने जनता के भले के लिए काम किया।