लखीमपुर घटना पर यूपी में उबाल, सरकार ने दिया मुआवजा, न्यायिक जांच होगी

    Loading

    राजेश मिश्र

    लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर (Lakhimpur) में विरोध प्रदर्शन (Protest) में जा रहे चार किसानों की कार से कुचलकर हुई मौत और उसके बाद हिंसा में चार अन्य लोगों की मृत्यु के बाद देश भर में उबाल (Violence) है।  विपक्षी दलों के सभी प्रमुख नेता लखीमपुर जाते हुए गिरफ्तार हुए हैं तो पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन हो रहा है।

    विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के बीच प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजे, न्यायिक जांच जैसे कदम उठाने का एलान किया है। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।  इसके अलावा मरने वालों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।  इसके साथ ही घायलों को 10 लाख दिए जाएंगे।  वहीं घटना की न्यायिक जांच करने का वादा भी किया गया है।  इस घटना की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे। 

    प्रियंका गांधी को हरगांव में गिरफ्तार कर लिया गया

    घटना के तुरंत बाद रविवार देर रात लखीमपुर जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रास्ते में पुलिस ने रोक कर हिरासत में ले लिया। रास्ते में कई जगह रोकने की नाकाम कोशिशों के बाद प्रियंका गांधी को सोमवार तड़के हरगांव में गिरफ्तार कर लिया गया।  प्रियंका गांधी को सीतापुर पीएसी गेस्ट हाउस में रखा गया।  उधर राजधानी लखनऊ में अपने घर से लखीमपुर के लिए निकलते समय सपा मुखिया अखिलेश यादव को रोका गया तो वो वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए।  बाद में उन्हें भी गिरफ्तार कर सोमवार की दोपहर को छोड़ा गया। आजाद समाज पार्टी मुखिया चंद्रशेखर रावण को भी रविवार रात को ही गिरफ्तार किया गया था तो सोमवार सुबह रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के शिवपाल यादव सहित विपक्ष के कमोबेश सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। 

    घायलों को 10 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा

    प्रदेश सरकार की ओर से अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार और अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी और किसानों की ओर से भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के बीच वार्ता में सहमति बनी। बाचचीत में जिन चार बिंदुओ पर सहमित बनी है उनके मुताबिक हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से घटना की न्यायिक जांच कराई जायेगी और मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी मिलेगी। साथ ही मृतकों के परिवार को 45 लाख और घायलों को 10 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। समझौते के मुताबिक जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। 

    गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग

    उधर लखीमपुर खीरी में हिंसा और उसमें किसानों की मौत के विरोध में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिख कर इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।  इसके साथ ही उनकी मांग यह भी है कि इस कांड में हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।  भाजपा  सांसद  ने योगी आदित्यनाथ को लिखे खत में पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग भी की है।  वरुण बीते कई रोज से किसान मुद्दों को लेकर बीजेपी सरकार को घेरते आए हैं।  इससे पहले उन्होंने किसान महापंचायत को लेकर हमदर्दी जताई थी और गन्ना मूल्य बढ़ाने की माँग की थी।