UP RERA

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-राजेश मिश्र

लखनऊ: खरीददारों की शिकायतों के जल्द निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (UP RERA) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करेगा। यूपी रेरा ने आर्टफिशल इंटेलिजेन्स (AI) के इस्तेमाल से स्मार्ट कोर्ट प्रणाली विकसित करने के लिए पेशेवर संस्थानों से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। एआई और मशीन लर्निंग (AI and Machine Learning) की मदद से न केवल उपभोक्ताओं की शिकायत दर्ज करने में तेजी आएगी, बल्कि उनका निस्तारण भी जल्दी हो सकेगा। यूपीरेरा ने यह पहल प्रक्रिया में न्यूनतम मानव हस्तक्षेप कर स्वचालित प्राणाली बनाने के लिए की है।

यूपीरेरा ने एआई आधारित एक स्मार्ट क्वासी जूडिशल निर्णय निर्माण प्रणाली (स्मार्ट कोर्ट) की अवधारणा, विकास और कार्यान्वयन के लिए भारतीय परामर्श एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों से प्रस्ताव मांगते हुए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया है। एआई और स्मार्ट कोर्ट के लिए इसी महीने के अंत तक ईओआई मांगे गए हैं। वर्तमान में यूपी रेरा में फ्लैट, मकानों और प्लाट के खरीददारों की समस्याओं का समाधान लखनऊ और गाजियाबाद स्थित कोर्टों में किया जाता है।

शिकायतों के त्वरित प्रसंस्करण करने में मदद करेगा

रेरा अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट कोर्ट प्राधिकरण मिलने वाली उपभोक्ता शिकायतों के एक कुशल, निष्पक्ष, व्याख्यात्मक और त्वरित प्रसंस्करण करने में मदद करेगा और रियल एस्टेट क्षेत्र के उपभोक्ता को सामयिक न्याय दिला सकेगा। एआई बिग डाटा, मशीन लर्निंग (एम.एल), न्यूरल नेटवर्क, पैटर्न रिकग्निशन, सेल्फ-लर्निंग, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स, डेटा साइंस और नैच्रल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की क्षमताओं का सामूहिक रूप से इस्तेमाल करता है। गौरतलब है कि यूपीरेरा ने कोरोना महामारी के दौरान वर्चुअल कोर्ट और आनलाइन विवाद समाधान तंत्र की शुरुआत की थी। अधिकारियों का मानना है कि एआई मौजूदा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सिस्टम की क्षमताओं को बढ़ाने और रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण तकनीक के तौर पर कार्य करेगा। उनके मुताबिक, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग एल्गोरिदम की क्षमताओं को इस्तेमाल करते हुए सुनवाई के समय निर्धारण और वाद सूची बनाने जैसी बहुत सी गतिविधियां वास्तविक समय में निर्धारित की जा सकती हैं। इसके साथ ही चल रहे मामलों की ट्रैकिंग भी आसानी से की जा सकेगी।