Kumar Mangalam Birla

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    लखनऊ: बिरला समूह (Birla Group) का उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का रिश्ता पुराना है। आजादी के तुरंत बाद प्रदेश के सुदूर अंचल में 1958 में समूह ने हिंडाल्को (Hindalco) के नाम से 1956 में एल्युमिनियम की जो फैक्ट्री स्थापित की थी, आज वह अपने क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। तबसे लेकर अब तक इसके कारोबार में 100 फीसदी से अधिक वृद्धि हो चुकी है। सीमेंट और केमिकल के क्षेत्र भी उत्तर प्रदेश में बिरला समूह एक जाना-पहचाना नाम है। कॉरपोरेट सोशल रिसपांसबिलिटी के तहत कई गांवों को गोद लेकर समूह उनके चतुर्दिक विकास का काम कर रही है। समूह के 11 शिक्षण संस्थाओं में हम पूरी गुणवत्ता के साथ शिक्षा दे रहे हैं।

    यह बातें बिरला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम  बिरला (Kumar Mangalam Birla)ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 3 के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में बनी स्थाई सरकार और पारदर्शी नीतियों की वजह से दुनिया भर के निवेशकों में भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है। यही वजह है कि आज भारत दुनिया भर के निवेशकों की सबसे पसंदीदा मंजिल बन चुका है।

    उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव हुए 

    मुख्यमंत्री की डायनमिक पर्सनालिटी (बहुआयामी व्यक्तित्व) की वजह से उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव हुए हैं। आर्थिक क्षेत्र में भी। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में 14 वें नंबर से नंबर दो पर आना इसका प्रमाण है। प्रदेश सरकार का निवेश पोर्टल भी निवेशकों के लिए बेहद उपयोगी है। कोरोना में भी उत्तर प्रदेश विदेशी निवेश आना यहां के बदलाव के स्तर को बताता है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, रैपिड रेल जैसे काम प्रदेश में जारी ट्रांसफॉर्मेशन के प्रतीक हैं। आने वाले समय में देश के आर्थिक विकास का अगुआ बनेगा और इसमें बिरला समूह की सक्रिय भागीदारी रहेगी।

    पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ की

    कुमार मंगलम बिरला ने बताया कि उनके ग्रुप ने उत्तर प्रदेश में 40,000 करोड़ रुपए का निवेश किया हुआ है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह अपने प्रोजेक्ट के आसपास 50 गांव के 35,000 युवाओं को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री के आर्थिक विकास के जोश, जज़्बे और जुनून की तारीफ में ये शेर भी पढ़ा। जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, तो देखना फिजूल है कद आसमान का।