
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लखनऊ में राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) को अपना इस्तीफा सौंप दिया। क्योंकि, योगी का पहला कार्यकाल समाप्त हो रहा है। बता दें कि, भाजपा ने यूपी में हुए चुनाव में जीत हासिल की है। वहीं, सीएम योगी अपनी गोरखपुर सीट से एक लाख से अधिक वोटों से जीत गए है।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को अपने आवास पर बुलाया। पता हो कि 2022 चुनाव जीतने के बाद यह पहली बैठक बुलाई गई। इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सीएम योगी के इस्तीफे के बाद अब यूपी में सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
UP CM Yogi Adityanath tenders his resignation to Governor Anandiben Patel at Raj Bhavan in Lucknow as his first tenure comes to an end. The party swept #UttarPradeshElections and the CM won from his seat Gorakhpur Urban. pic.twitter.com/Y3Wdn4mMV2
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 11, 2022
ख़बरों की माने तो, होली से पहले ही योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री के पद की शपथ ले सकते हैं। योगी सरकार 15 मार्च को शपथ ले सकती है। इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई अन्य बड़े नेता शामिल हो सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में 273 सीटों पर कब्जा
उत्तर प्रदेश की 403 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव में भाजपा, अपना दल (एस) और निषाद पार्टी ने मिलकर 273 सीटों पर कब्जा जमाया वहीं समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी के गठबंधन के खाते में 125 सीटें गईं। अकेले भाजपा ने 255 सीटों पर जबकि समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत दर्ज की।
18 साल में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने लड़ा चुनाव
उल्लेखनीय है कि, उत्तर प्रदेश में 18 साल में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने चुनाव लड़ा है। इसके पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव लड़ा था। वे मैनपुरी के गुन्नौर से चुनाव लड़े थे। यूपी के चुनावी इतिहास में आजादी के बाद आज तक कोई मुख्यमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लगातार फिर से मुख्यमंत्री नहीं बना है। इससे पहले दुबारा सीएम बनने वाले कार्यकाल पूरा नहीं कर सके हैं। बता दें कि, 2007 में मायावती, 2012 में अखिलेश यादव और 2017 में योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। इन नेताओं ने विधान परिषद सदस्य बनकर सीएम पद की शपथ ली थी।