बागवानी को किसानों की आय का बड़ा स्रोत बनाएगी योगी सरकार

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    लखनऊ: योगी सरकार (Yogi Government)बागवानी को किसानों (Farmers) के आय के बड़े स्रोत (Source of Income) के रूप में विकसित कर रही है। प्रदेश सरकार अगले पांच वर्षों में बागवानी फसलों के क्षेत्रफल में 4.95 लाख हेक्टेयर की वृद्धि कराएगी, ताकि उत्पादन में वृद्धि हो और किसानों की आय बढ़े। इससे फलों के निर्यात में बढ़ोतरी होगी, साथ ही खाद्य प्रसंस्करण को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार (Employment) के अवसर भी बढ़ेंगे।

    योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने का लगातार प्रयास कर रही है। इस दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने अगले पांच वर्षों में बागवानी फसलों के क्षेत्रफल को 4.95 लाख हेक्टेयर बढ़ाने की कार्य योजना तैयार कर ली है। बागवानी फसलों का क्षेत्रफल 11.6 फीसदी से बढ़ाकर 16 फीसदी किया जाएगा। प्रदेश में फल, सब्जी और मसाला फसलों को बढ़ावा देकर बागवानी फसलों के क्षेत्रों का विस्तार किया जाएगा। 

    सिंचाई के लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर का उपयोग

    अगले पांच वर्षों में सिंचाई के लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर का उपयोग 2.64 फीसदी से बढ़ाकर 9 फीसदी किया जाएगा। ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई के क्षेत्रफल में 10 लाख हेक्टेयर का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए लगभग 8 लाख किसानों को अनुदान दिया जाएगा। साथ ही 50 हजार किसानों को फल और सब्जी, मशरूम आदि के उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

    फल-सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि होगी

    इससे आम जैसी फसल का निर्यात बढ़ेगा। साथ ही सरकार खाद्य प्रसंस्करण के स्तर को 6 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करेगी। इसके लिए मेगा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को प्रोत्साहन दिया जाएगा और अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके जरिए सरकार बागवानी को किसानों के आय के बड़े स्रोत के रूप में विकसित करेगी। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगी।