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    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : उद्योगों (Industries) का वित्त पोषण करने वाली संस्था उत्तर प्रदेश वित्त निगम (Uttar Pradesh Finance Corporation) (यूपीएफसी) अब लोगों को नौकरी दिलवाने का भी काम करेगी। यूपीएफसी अब मैन पावर रिक्रूटमेंट का काम बड़े पैमाने पर करेगा। संस्था विदेशों (Abroad) में नौकरी (Jobs) दिलवाने में मदद करने के साथ ही देश में भी लोगों को रोजगार दिलाने में मदद करेगी। 

    उत्तर प्रदेश सरकार का अनिवासी भारतीय विभाग (एनआरआई) विदेशी कंपनियों को मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए करार कर रहा है। करार के तहत विदेशी कंपनी अपने यहां रोजगार की आवश्यकता बताएंगी और उन्हें योग्यता के अनुरुप कामगार उत्तर प्रदेश से दिए जाएंगे। नौकरी योग्य लोगों को छांटने और उनके जरुरी कागजात तैयार करने का काम यूपीएफसी का मैनपावर रिक्रूटमेंट सेक्शन करेगा। 

    प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक इस प्रक्रिया में प्रदेश के हजारों युवाओं को सरकारी चैनल के जरिए विदेशों में नौकरी करने का अवसर मिलेगा। सबसे पहले एआरआई विभाग के पास खाड़ी देश बहरीन से बड़ी तादद में लोगों की मांग हुई है। बहरीन से डॉक्टर, नर्स, इंजीनियर, मैकनिक, कुक, ड्राइवर सहित कई अन्य क्षेत्रों में काम करने वाली की मांग की गयी है। इन कामगारों की आपूर्ति के लिए बहरीन की कंपनी ने प्रदेश सरकार के एनआरआई सेल के साथ करार किया है। 

    योग्य लोगों का रिकार्ड और जरुरी कागजात एकत्र किया जा रहा

    कोरोना संकट के दौर में एआरआई सेल ने विदेशों से लौट रहे लोगों का रिकार्ड रखना शुरी किया था और विभिन्न क्षेत्रों में कार्यकुशल लोगों का डेटा बैंक भी तैयार किया था। यूपीएफसी में मानव संसाधन का काम देखने वाले सेल के पास काम करने योग्य लोगों का रिकार्ड और जरुरी कागजात एकत्र किया जा रहा है। उक्त सेल स्थानीय स्तर पर भी लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का काम कर रही है। 

    विदेशों में सबसे ज्यादा खाड़ी देशों में प्रदेश के नौजवान काम करते हैं

    प्रवक्ता ने बताया कि सरकारी चैनल से विदेश भेजने की स्थिति में युवा न केवल शोषण से बचेंगे बल्कि उचित सेवा शर्तों पर काम और वेतन भी मिलेगा।  गौरतलब है कि विदेशों में सबसे ज्यादा खाड़ी देशों में प्रदेश के नौजवान काम करते हैं। हाल ही में एनआरआई विभाग के बहरीन की कंपनी से हुए करार के मुताबिक कामगारों को दो साल की संविदा पर काम के साथ खाने-पीने और मेडिकल की सुविधा और आने जाने का किराया भी दिया जाएगा। विदेशों में और खास कर खाड़ी देशों में तकनीकी कर्मियों, आफिस के कार्यों, मेडिकल क्षेत्र के साथ ही इंजीनियरिंग में कामगारों की सबसे ज्यादा मांग है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बड़ी तादाद में लोगों को खाड़ी देशों में नौकरी मिली है। इन देशों में तकनीकी सेवाओं में यूपी के लोगों की सबसे ज्यादा मांग है।