Swatantra Dev Singh

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    लखनऊ: योगी सरकार (Yogi Government) ने पिछले पांच साल में जो किया और अब दूसरी पारी में जो कर रही है उसका सबसे बड़ा कष्ट अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को है। समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में पाले गए गुंडो और माफिया का नाश करने का बीड़ा योगी सरकार ने उठाया जिसका सपा (SP) को छोड़ कर पूरा प्रदेश में वाह-वाही कर रहा है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पांच साल झूठ और फरेब का संसार खड़ा किया और अब सदन में भी वाह झूठ ही बोल रहे हैं। 

    उन्होंने कहा कि अखिलेश खिसियाहट में सदन की गरिमा भी भूल गए हैं और अनर्गल बातें करके सदन का बहूमूल्य समय नष्ट कर रहे हैं। अगर वहां सकारात्मक और जनहित की बात करें तो सरकार और जनता दोनों ही पसंद करेगी, लेकिन ऐसा उनका चरित्र ही नहीं है। 

    पिछले पांच साल में एक भी दंगा नहीं हुआ

    भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश इसको स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हैं कि सीएम योगी के कार्यकाल में पिछले पांच साल में एक भी दंगा नहीं हुआ, जबकि अखिलेश के समय में 2012 से 2017 के बीच लगभग एक हजार दंगे हुए थे। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 (30.04.2022) तक डकैती में 77%, लूट के मामलों में 55%, हत्या में 34%, बलवा में 50 %, फिरौती- अपहरण में 37% और बलात्कार की घटनाओं में 28% की कमी दर्ज की गयी। 

    अखिलेश को जनता ने दो बार किया खारिज

     उन्होंने कहा कि अखिलेश कुछ भी बोलने से पहले यह विचार कर लें कि जनता ने उन्हें लगातार दो बार खारिज किया है। इसका कारण भी स्पष्ट है कि योगी सरकार ने सबको सुरक्षा और सबको सम्मान, अपराध और अपराधियों के प्रति ज़ीरो टोलरेंस,प्रदेश में शांति और सौहार्द स्थापित करने, महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने, माफिया राज समाप्त करके प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज लाने का जो संकल्प लिया है उसका जनता हृदय से स्वागत कर रही है।

    माफियाओं से जप्त हुए करोड़ों की जमीन

    उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के 50 माफिया अपराधियों के द्वारा अर्जित सम्पतियों से 1438 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की और ध्वस्तीकरण के माध्यम से अवैध कब्जा हटवाया गया। कुल मिला कर विभिन्न माफियाओं और अन्य अपराधियों की कुल 24 अरब 14 करोड़ रुपए की सम्पति का जब्तीकरण-ध्वस्तीकरण किया गया जो अखिलेश को भले ही नहीं भाए, लेकिन जनता इसका पूरा समर्थन कर रही है।