अंतरिक्ष में तारों, आकाशगंगाओं का अध्ययन करते हुए ‘एस्ट्रोसैट’ ने पूरे किए पांच साल

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नयी दिल्ली. भारत की पहली बहु-तरंगदैर्ध्य खगोलीय वेधशाला ‘एस्ट्रोसैट’ (Astrosat) ने अंतरिक्ष में तारों और आकाशगंगाओं की तस्वीर लेते हुए सोमवार को पांच साल पूरे कर लिए। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) (Indian Space Research organization) द्वारा 28 सितंबर 2015 को प्रक्षेपित इस उपग्रह रूपी वेधशाला ने गत पांच वर्षों में अद्भुत कार्य किया है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने एक बयान में कहा कि ‘एस्ट्रोसैट’ ने भारत और विदेश के वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित 800 विशिष्ट खगोलीय वस्तुओं का 1,166 बार अवलोकन किया है। इसमें कहा गया है कि एस्ट्रोसैट ने तारों, तारों के समूहों की खोज की है, ‘मैगेलैनिक क्लाउड्स’ नाम की आकाशगंगा (Galaxies) की छोटी और बड़ी उपग्रह आकाशगांगओं का मानचित्रीकरण किया है। (एजेंसी)