Google warns Australia, will stop free search service
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नई दिल्ली. गूगल ने ऐसे ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया है, जो यूजर्स को ठगने का काम करते थे। नई ऐड पॉलिसी के अनुसार अब आपको पति की जासूसी करवाने या पत्नी का फोन ट्रैक करने जैसे ऐड नहीं दिखाएगी। गूगल के अनुसार कंपनी अब ऐसे सर्विसेज के ऐड सपॉर्ट नहीं करेगी, जो बिना किसी अनुमति के बिना उसे ट्रैक या मॉनीटर करने जैसे ऑफर्स देती हैं। यह नया नियम स्पाईवेयर और पार्टनर के सर्विलांस के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नॉलजी पर भी लागू  किया जायेगा।  

सर्च इंजन कंपनी ने जानकारी दी है कि जो  GPS ट्रैकर अपनी मार्केटिंग किए बिना जासूसी करने का दवा करते है ऐसे ऐड को अब गूगल पर नहीं दिखाया जायेगा। टेक्स्ट मेसेज, कॉल्स और ब्राउजिंग हिस्ट्री मॉनीटर करने वाले टूल्स भी इसी कैटिगरी में आएंगे। साथ ही इसी श्रेणी में ऑडियो रिकॉर्डर्स, कैमरा, डैश कैम और स्पाई कैमरा को भी रखा जायेगा। किसी भी टेक्नॉलजी का उपयोग जासूसी मार्केटिंग से जोड़कर अब नहीं देखा जा सकेगा।  

पॉलिसी 11 अगस्त से होगी लागू

बता दें कि गूगल उन प्राइवेट इन्वेस्टिगेशन सर्विसेज और प्रोडक्ट्स के ऐड बैन नहीं किए करेगा, जिसका उपयोग कर पैरंट्स अपने बच्चों की सिक्यॉरिटी के लिए करते हैं। गूगल की यह ‘इनेबलिंग डिसऑनेस्ट पॉलिसी’ 11 अगस्त से लागू की जाएगी। जानकारी के अनुसार यह पॉलिसी 2018 में की गई एक स्टडी के आधार पर अपडेट की गई हैं।

फिल्टर सर्च रिजल्ट्स

गूगल फोन ट्रैक करने या जासूसी करने से जुड़े सर्च टर्म्स के बदले भी गूगल फिल्टर किए गए रिजल्ट्स दिखाता है। परंतु अब इन सर्च टर्म्स ऐड्स पर भी गूगल की सख्त पॉलिसी होगी। एक स्टडी में पाया गया कि ‘इंटीमेट पार्टनर के सर्विलांस से जुड़े सर्च टर्म्स’ पर ऐड नहीं दिखाए जा रहे थे। इस पर गूगल के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा कि कंपनी अपनी पॉलिसी से जुड़े सर्च टर्म्स लगातार अपडेट करता है। अब इसमें नए सर्च वर्ड्स भी शामिल किए जाएंगे।