फेसबुक का नया कारनामा, बनाया दुनिया का सबसे तेज AI सुपर कंप्यूटर, जानें इसकी खासियत

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    नई दिल्ली: दुनियाभर में फेसबुक (Facebook) कितना लोकप्रिय है, ये बात तो सभी जानते हैं। अक्सर कंपनी इससे रिलेटेड कई तरह के अपडेट भी आते हैं, जो लोगों को एंटरटेन करने का काम करते हैं। ऐसे में अब फेसबुक की पैसेंट्स कंपनी मेटा (Meta) के अनुसार, उसकी तरफ से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुपर कंप्यूटर को(AI Supercomputer) पेश किया गया हैं, यह कंप्यूटर दुनिया का सबसे फास्ट सुपर कंप्यूटर (Super Fast Computer) होगा। जिसे कंपनी अगले साल यानी 2023 के बीच तक लॉन्च किया जा सकता है। इसकी कीमत का खुलासा भी उसी समय किया जा सकता है। 

    इस सुपर कंप्यूटर को लेकर फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि, उन्होंने AI रिसर्च सुपरकलस्टर (RSC) कंप्यूटर को पेश किया गया है। यह साल 2022 के बीच तक बनकर तैयार हो सकता है, उस समय यह दुनिया का सबसे फास्ट AI सुपर कंप्यूटर होगा। फेसबुक का यह गैजेट लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। इसकी मदद से लोग अपने काम और भी ज़्यादा आसान कर सकते हैं। तो चलिए कुछ पॉइंट्स में जानते हैं इस सुपर कंप्यूटर के बारे में… 

    क्या है इसकी खासियत? 

    • आज के समय में AI सुपर कंप्यूटर कई भाषाओं को ट्रांसलेट करने का बखूबी काम करते हैं। वहीं AI बेस्ड सुपर कंप्यूटर खतरनाक कंटेंट की पहचान भी कर सकेगा। लेकिन, नेक्स्ड जनरेशन सुपरकंप्यूटर क्वीन ट्रिलियन गणितीय गणनाएं प्रति सेकेंड के हिसाब से कैलकुलेट कर पाएगा। 
    • बता दें कि, 1 क्वीन ट्रिलियन में 10 जीरो में होते हैं। इसी तरह की गणनाओं को क्वीन ट्रिलियन गणनाएं कहा जाता है। इस तरह के कंप्यूटर का यूज़ खासकर किसी विशेष रिसर्च के लिए किया जाता है। इसी वजह से जुकरबर्ग की तरफ इस खास कंप्यूटर को AI रिसर्च सुपरक्लस्टर (RSC) नाम दिया गया है।        
    • RSC को मशीन लर्निंग के लिहाज से डिजाइन किया गया है। 2022 के लास्ट से पहले RSC का दूसरा चरण भी पूरा हो जाएगा। उस समय इसमें कुल 16,000 GPU होंगे। इसका इस्तेमाल कंटेंट मॉरेशन से लेकर मेटा बिजनेस तक किया जा सकेगा।
    • यह सुपर कम्प्यूटर आम कंप्यूटर के मुकाबले कई गुना फ़ास्ट होगा। साथ ही, सुपरकम्प्यूटर हार्ड से हार्ड कैल्कुलेशन को भी आसानी से कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म पर हेट स्पीच को रोकने में भी कर सकेगा।
    • RSC का यूज़ आग्युमेंट रियलिटी में भी किया जा सकेगा। RSC सेकेंडों में ट्रिलियन ऑपरेशन करने में सक्षम होगा। इस कंप्यूटर की मदद से एक साथ करोड़ों यूजर्स रियल टाइम में अलग-अलग भाषा में बात कर सकेंगे।