
दिल्ली: इंटरनेट (Internet) की धीमी गति से परेशान यूजर्स को राहत देने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार (Central Govt) ने ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की स्पीड को 2 Mpbs की मिनिमम डाउनलोड स्पीड (Minimum Download Speed) में बदल दिया है। यानी अब यूजर्स को कम से कम 2 मेगाबिट्स प्रति सेकंड की डाउनलोड स्पीड मिलेगी। इस फैसले से देश के करोड़ों यूजर्स को फायदा होगा और वे तेज गति से इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। पहले न्यूनतम डाउनलोड स्पीड केवल 512 केबीपीएस थी। केंद्र सरकार द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि केंद्र सरकार 18 जुलाई 2013 को जारी अधिसूचना के माध्यम से ब्रॉडबैंड को संशोधित करने और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए प्रसन्न है।
इंटरनेट एक्सेस के साथ इंटरएक्टिव सेवाओं का सपोर्ट
अधिसूचना के अनुसार ब्रॉडबैंड (Broadband Data Connection) एक डेटा कनेक्शन है जो इंटरनेट एक्सेस के साथ इंटरएक्टिव सेवाओं का सपोर्ट कर सकता है और सर्विस प्रोवाइडर पॉइंट ऑफ प्रेजेंस (POP) से ग्राहकों को 2 एमबीपीएस की न्यूनतम डाउनलोड गति प्रदान करने की क्षमता प्रदान करता है। 30 नवंबर 2022 तक भारत में 82.5 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से 79.3 करोड़ उपयोगकर्ता वायरलेस ब्रॉडबैंड कनेक्शन का उपयोग करते हैं। शीर्ष पांच सेवादाताओं के पास नवंबर 2022 के अंत में कुल ब्रॉडबैंड यूज़र्स का 98.4% बाजार हिस्सा है। भारत में शीर्ष 5 सेवा प्रदाताओं में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (Relience Gio) (430 मिलियन यूज़र्स), भारती एयरटेल (Airtel) (230 मिलियन यूज़र्स), वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) (123 मिलियन यूज़र्स), बीएसएनएल (BSNL) (25 मिलियन यूज़र्स) और एट्रिया कन्वर्जेंस (21 मिलियन यूज़र्स) शामिल हैं।
देश 105वें स्थान से उछलकर रैंकिंग में 79वें स्थान पर
अगस्त 2021 में ट्राई ने सिफारिश की कि ब्रॉडबैंड की परिभाषा की समीक्षा की जाए और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए न्यूनतम डाउनलोड गति को मौजूदा 512 केबीपीएस से बढ़ाकर 2 एमबीपीएस किया जाए। डाउनलोड स्पीड के आधार पर फिक्स्ड ब्रॉडबैंड को तीन अलग-अलग कैटेगरी- बेसिक, फास्ट और सुपर फास्ट में बांटा गया है। दिसंबर 2022 के लिए ओकला के स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स के अनुसार भारत ने नवंबर 2022 में 18.26 एमबीपीएस से बढ़कर 25.29 एमबीपीएस की औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड दर्ज की। Ookla ने एक बयान में कहा कि इसके साथ देश नवंबर में 105वें स्थान से उछलकर रैंकिंग में 79वें स्थान पर पहुंच गया है।