दिल्ली: कभी-कभी गलती खोजने के भी पैसे मिलते है। जी,हा गूगल (Google) दे रहा है पैसे जानिए कैसे। दो भारतीय हैकर्स (Hackers) गूगल की एक परेशाने के चलते लखपति बन गए। क्लाउड प्रोग्राम प्रोजेक्ट्स (Cloud Programme Projects) में दोष खोजने के लिए हैकर्स को सम्मान दिया। उन्होंने सर्वर में फॉर्जरी बग (Bug) दिखा और जिससे उन्हें 22 हजार डॉलर (करीब 18 लाख रुपये) मिले। बता दें, कंपनी उन लोगों को बाउंटी देती है जो प्रोग्राम में बग की पहचान करते हैं।
इंटरफेस क्लाउड शेल में दिखा बग
क्लाउड प्रोग्राम प्रोजेक्ट्स में दोष खोजने के लिए हैकर्स को सम्मान दिया। केएल श्रीराम और शिवनेश अशोक नाम के हैकर्स ने एक ब्लॉग में कहा कि वो गूगल क्लाइड प्लेटफॉर्म में बग ढूंढने की कोशिश में थे और उन्हें SSH-in-browser में समस्या दिखी। हैकर अशोक ने कहा कि यह हमारा पहला काम था। हम स्वाभाविक रूप से सबसे लोकप्रिय उत्पादों में से एक सर्च इंजन पर सर्च कर रहे थे और इसी समय मैंने SSH-in-browser देखा और GCP में एक विशेषता है जो यूजर्स को SSH के ब्राउजर के माध्यम से कंप्यूट इंस्टेंस तक पहुंचने देती है। यह इंटरफेस क्लाउड शेल के समान दिखता है।
SSH नाम के प्रोटोकॉल का उपयोग
उन्होंने कहा कि यह सुविधा यूजर्स को SSH नाम के प्रोटोकॉल का उपयोग करके अपने ब्राउजर के माध्यम से वर्चुअल मशीन की तरह अपने कंप्यूटर इंस्टेंस तक पहुंचने में मदद करता है। उन्होंने जो परेशानी पाई वो किसी और की वर्चुअल मशीन को केवल एक क्लिक से नियंत्रित करने की अनुमति दे सकता था। जो खतरनाक है। इस समस्या को ढूंढने में ज्यादा समय नहीं लगा। इस बग के चलते गूगल ने उन दोनों को लखपति बना दिया।