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मुंबई: केंद्र सरकार ने स्पैम और फ्रॉड कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाया है। सरकार ने यूजर्स को फ्रॉड और स्पैम कॉल्स से राहत देने के लिए प्लान बनाने का निर्देश दिया है। इसे लेकर ट्राई की तरफ से 23 फरवरी को मीटिंग बुलाई गई थी। इस बैठक में सर्वसम्मति से योजना बनाई गई। इसके तहत अगर कोई यूजर प्रमोशन या स्पैम कॉल्स के लिए अपने पर्सनल मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करता है तो मोबाइल नंबर 2 साल के लिए ब्लॉक कर दिया जाएगा। साथ ही उस पते पर कोई नया सिम कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।

10 अंकों के मोबाइल नंबर के लिए नई योजना

इसके तहत ट्राई ने प्रमोशन कॉल के लिए अलग से 10 अंकों का मोबाइल नंबर जारी करने का निर्देश दिया है। इसके तहत प्रमोशन और स्पैम कॉल्स की पहचान की जानी चाहिए। साथ ही मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से स्पैम और फ्रॉड कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए तकनीक विकसित करने के निर्देश दिए हैं।

नए मोबाइल नंबर जारी किए जाएंगे

ट्राई की टेलीकॉम कंपनियों को 7 अलग-अलग कैटेगरी के तहत 10 डिजिट वाले मोबाइल नंबर जारी करने का निर्देश दिया गया है। जो प्रचार और स्पैम कॉल की पहचान कर सकता है। ट्राई ने इसके लिए 7 कैटेगरी बनाई हैं। इन सभी कैटेगरी के तहत अलग-अलग मोबाइल नंबर जारी किए जाएंगे। इससे यूजर्स फ्रॉड और स्पैम कॉल्स की पहचान कर सकेंगे। इसके बाद उसे ब्लॉक किया जा सकता है। साथ ही इसे बेहतर बनाने के लिए डू नॉट डिस्टर्ब यानी डीएनडी पर जोर दिया जा सकता है।