मुंबई : कोरोना काल (Corona Period) से लोगों ने पैसों (Money) के लेन-देन (Transactions) के लिए ऑनलाइन (Online) को बढ़ावा दिया है। इसका सबसे आसान उदाहरण Safexpay बना है। जो केवल फेस स्कैनिंग के जरिए लोगों की मदद करता है। जिसमें व्यक्तियों को किसी भुगतान के लिए मोबाइल में फेस स्कैनिंग से लोगों से लेन-देन की प्रक्रिया में आसानी होती है। सेफेक्सपे एक भारतीय फिनटेक कंपनी है। जिसके उपयोग से व्यापारियों और व्यवसायों को भुगतान में आसानी होती है। सेफेक्सपे भारत में पे बाय फेस तकनीक लेकर आया है। जो मात्र चेहरे की पहचान कर इसका उपयोग किया जा सकता है।
Safexpay प्लेटफॉर्म भुगतान के मामले में एक अनोखा तकनीक उभर कर आया है। Safexpay व्यापारियों के अलावा अन्य सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय है। जिसका उपयोग केवल चेहरे के स्कैन से किया जा सकता है। इस माध्यम के जरिए समय की भी बचत होगी और साथ ही आसानी भी होगी। सेफेक्सपे वर्तमान यूरोपीय संघ जीडीपीआर आवश्यकताओं, प्रक्रियाओं और प्रक्रियाओं के अनुरूप है और ग्राहकों के गोपनीयता और डेटा सुरक्षा मानदंडों का पूरी तरह से अनुपालन करता है। सेफेक्सपे के सीईओ रवि गुप्ता है। उन्होंने बताया कि सेफेक्सपे से लोग किसी भी मूल्य का भुगतान बड़ी आसानी से मात्र फेस स्कैन से कर सकते है।
उन्होंने आगे कहा, ‘सेफेक्सपे में, हमें अपने व्यापक भुगतान प्लेटफॉर्म के साथ पे बाय फेस को एकीकृत करने पर गर्व है और हम स्थापित भुगतान नेटवर्क और भागीदारों की मदद से भारत-केंद्रित संपर्क रहित भुगतान अनुभव विकसित करना चाहते हैं। हमें पहले ही भारत में मुख्यालय वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों से पायलट प्रोजेक्ट चलाने का आदेश मिल चुका है।’ पे बाय फेस के संस्थापक मिहाई ड्रैगिसी ने कहा, ‘हमें बाजार में नेतृत्वकर्ताओं और अन्वेषण करने वालों की जरूरत है ताकि हम यह दिखा सके कि आने वाला भविष्य कैसा है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे लिए, डेटा सुरक्षा पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है।’ पे बाय फेस के माध्यम को बढ़ावा देने के लिए मात्र 2डी-सक्षम कैमरा डिवाइस, जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट या पीओएस के साथ बढ़ाया जा सकता है।