(ImageNASA/GSFC/Arizona State University)
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    नई दिल्ली: आये दिन इंसान नई नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। अब तक आपने सुना होगा कि चांद पर कई लोगों ने जमीन खरीदी है लेकिन अब इससे जुड़ी और एक खबर सामने आई है, जो हमें और भी चौंका सकते है, जी हां आपको बता दें कि चंद्रमा पर इंसानों के रहने लायक जगह मिल गई है। दरअसल चांद पर कुछ  ऐसे गड्ढे हैं जहां इंसानों के रहने लायक उपयुक्त तापमान है। बता दें कि इन गड्ढों को नासा (NASA) के लूनर रीकॉन्सेंस ऑर्बिटर (LRO) की मदद से खोजा गया है।

    दरअसल ये इंसानी जीव के रहने लायक ये जगह इसलिए है क्योंकि इन गड्ढों के अंदर 17 डिग्री सेल्सियस तापमान है। यह ऐसा तापमान है जहां पर इंसान आराम से रह सकता है और काम कर सकता है। यह नासा की एक बहुत बढ़ी उपलब्धि है।  

    चांद पर बसेगी इंसानी बस्तियां 

    नासा के इस खोज से हम यह बता सकते है कि भविष्य में ऐसे गड्ढों के अंदर इंसानी बस्तियां बसाना आसान हो जाएगा। आपको बता दें कि चांद पर इंसानों के रहने लायक इन गड्ढों की खोज की रिसर्च रिपोर्ट जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स जर्नल में प्रकाशित हुई है। वैज्ञानिक इस बात पर हैरान हैं कि चंद्रमा के अन्य इलाकों के गड्ढों से ये रहने लायक गड्ढे एकदम अलग हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि चांद पर दिन दो हफ्ते लंबा होता है। यहां पर तापमान इतना ज्यादा हो सकता है कि धरती पर पानी उबल जाए। 

    मिली रहने लायक जगह 

    ऐसे में इन गड्ढों में रहने लायक स्थितियों का होना बेहद ख़ुशी की बात मानी जा रही है। चांद पर रहने लायक ये गड्ढे मेयर ट्रांक्विलिटैटिस यानी सी ऑफ ट्रांक्विलिटी (Sea of Tranquility) में मिले हैं। इतना ही नहीं बल्कि ये गड्ढे 328 फीट गहरे हैं। इन गड्ढों का तापमान चांद की बाकी सतह से थोड़ा ही बदलता है इसमें ज्यादा अंतर नहीं आता। NASA के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के LRO प्रोजेक्ट की साइंटिस्ट नोआ पेट्रो ने कहा कि लूनर पिट्स यानी चांद के गड्ढे बेहद हैरान करते हैं। अगर इनका तापमान लगातार स्थिर रहता है तो यहां इंसानी कॉलोनी बनाई जा सकती है, ऐसे में अब चांद पर इंसानी बस्तियां बनाने की संभावनाएं नजर आ रही है। 

     

    इसलिए है इंसान के रहने लायक जगह 

    इस बारे में जानकारी देते हुए नोआ पेट्रो ने बताया कि लूनर पिट्स की खोज पहली बार साल 2009 में हुई थी। जानकारी के लिए आपको बता दें कि  गड्ढे अलग होते हैं और ये पिट्स अलग। गड्ढे छिछले हो सकते हैं लेकिन पिट्स वर्टिकली सीधी गहराई वाले होते हैं। अगर इनके जाने का रास्ता मिले तो इनके अंदर एस्ट्रोनॉट्स अपने रहने की जगह का निर्माण कर सकते हैं। क्योंकि यहां पर सोलर रेडिएशन, घटते-बढ़ते तापमान और छोटे उल्कापिंडों के टकराने का डर नहीं रहता। इस तरह से इंसान के रहने के हिसाब से यह जगह अच्छी है। 

    जल्द चांद पर बनेगी मानव बस्तियां

    आपको बता दें कि नासा ने जो गड्ढे  ढूंढे है वो चांद की सतह से ज्यादा सुरक्षित होते हैं। चांद पर हो सकता है इंसानों को इन पिट्स जैसे गुफाओं में रहना पड़े। इसमें कोई बुराई भी नहीं है, क्योंकि इंसानों के पूर्वज गुफाओं में रहते थे। अगर सब कुछ सही रहता है तो अगले कुछ वर्षों में इंसान चांद की सतह पर लौटेंगे। इतना ही नहीं बल्कि वहां अपनी कॉलोनी बनाएंगे। ये लूनर पिट्स उनकी सुरक्षित कॉलोनी बनाने का सपना पूरा करने में मदद कर सकते हैं,  अब देखना यह होगा कि आखिर यह कब होगा जब वाकई में चाँद पर इंसानी बस्तियां बसेगी।