नवी मुंबई मनपा में 8 करोड़ का उद्यान घोटाला !

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  • विधायक मंदा म्हात्रे की मांग पर बनी जांच समिति

 नवी मुंबई. लॉकडाउन में 6 महीनों से नवी मुंबई के सभी उद्यान बंद हैं फिर भी नवी मुंबई महानगर पालिका ने इन उद्यानों के मेंटीनेंस पर 8 करोड़ का खर्च कर दिया है. इतना ही नहीं ठेकेदार को करोड़ों का बिल भी भुगतान कर दिया है. बेलापुर की भाजपा विधायक मंदा म्हात्रे ने इस पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है. आयुक्त अभिजीत बांगर से मुलाकात कर उन्होंने पूछा कि आखिर किस आधार पर सिंगल कान्ट्रैक्टर को काम दिया गया. मेंटीनेंस रेट पर सवाल उठाते हुए पूछा कि जिस उद्यान का मेंटीनेंस 11 रुपए के हिसाब से होता था उसके लिए 22 रुपए के रेट से ठेका क्यों दिया गया. मंदा म्हात्रे ने मामले की जांच कराने के साथ ही तत्काल काम रोकने की मांग की है.

94 ठेकेदारों की शिकायत पर बवाल

बता दें कि नवी मुंबई मनपा में 94 प्रकल्पग्रस्त ठेकेदार हैं, लेकिन यह काम सिर्फ सिंगल ठेकेदार को दिया गया.दरअसल यही वजह है कि इसका विरोध तेज हो गया है. अंदरखाने यह लड़ाई भाजपा विधायक मंदा म्हात्रे और विधायक गणेश नाईक के ठेकेदारों के बीच पैदा हुई है. दलील है कि लॉकडाउन में प्रकल्पग्रस्त कान्ट्रैक्टर बेकार हो गए हैं अगर मेंटीनेंस ठेका देना था तो दोनों जोन के ठेकेदारों को देना चाहिए था. मंदा म्हात्रे ने मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर से जांच की मांग करते हुए उम्मीद जताई की कार्रवाई होगी. चेतावनी भी दी कि अगर जांच नहीं हुई तो मुख्यमंत्री को शिकायत करेंगी और प्रकल्पग्रस्त ठेकेदारों को न्याय दिलाकर रहेंगी.

जांच समिति गठित- एमएनएमसी

फिलहाल मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने कथित उद्यान घोटाले की जांच के लिए जांच समिति  गठित कर दी है. अगले 15 दिनों में जांच रिपोर्ट आने वाली है, जिसके बाद ही इस मामले की सच्चाई का खुलासा हो सकेगा.