शहर को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य

Loading

उल्हासनगर. उल्हासनगर मनपा क्षेत्र से कुष्ठ रोग और टीबी अर्थात क्षय रोग को जड़ से मिटाने के लिए स्थानीय मनपा प्रशासन राज्य सरकार के आदेश और सहयोग से शहर में 15 दिवसीय  ‘क्षय और कुष्ठरुग्ण खोज’ अभियान 1 दिसंबर शुरू करने जा रही जा रही है, जिसका समापन 16 दिसंबर को होगा. 

इस अभियान को सफल बनाने के लिए सहायक संचालक स्वास्थ्य सेवा (कुष्ठ व क्षय ) ठाणे विभाग की डॉ गीता काकडे,  चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी उल्हासनगर डॉ पगारे और डॉ राजा रिजवानी,  चिकित्सा अधिकारी डॉ मधुरा गायकवाड इनके मार्गदर्शन में उक्त अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए एक बैठक संपन्न हुई. 

घरों में जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर को शून्य कुष्ठरोग और क्षयरोग बनाने के लक्ष्य  को लेकर 1 से 16 दिसंबर के बीच उल्हासनगर मनपा के कार्यक्षेत्र में  46 हजार 500 घरों में जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा. इस सर्वेक्षण कार्य को पूरा करने के लिए 134 टीम तैनात की गई है. इसमें एक टीम में एक महिला और एक पुरूष होंगे. यानी 268 स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के मार्फत रोग का सर्वेक्षण कराया जाएगा.

निःशुल्क उपचार किया जाएगा

इस स्वास्थ्य सर्वेक्षण अभियान में लगी स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम 14 दिन में घर-घर जाकर क्षय और कुष्ठ रोग के विषय में जनजागृति करते हुए परिवार के सभी सदस्यों का परीक्षण करेगी. सर्वेक्षण में प्राप्त हुए मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जाएगा. इसके अलावा क्षय रोग के रोगी की शोध करने में सफलता पाने वाले आशा वर्कर को प्रति रोगी 100 रुपए और प्रत्येक मरीज को 500 रुपए नकद पौष्टिक आहार खरीदने  के लिए  प्रतिमाह दिए जाएगे. डॉ काकडे व डॉ राजा रिजवानी ने शहर के नागरिकों से सहयोग करने की अपील की है. स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा पूछे गए रोग के विषय में सही जानकारी देकर शून्य कुष्ठ रोग और क्षय रोग अभियान को उल्हासनगर में कामयाब बनाए.