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  • एपीएमसी प्रशासन का अहम फैसला

नवी मुंबई. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए एपीएमसी की सब्जी, फल और आलू-प्याज की मंडी में कृषि का माल लेकर आने वाली वाहनों की संख्या को एपीएमसी प्रशासन ने सीमित कर दिया था. यहां की सब्जी मंडी में सब्जी लेकर आनेवाली वाहनों को मंडी में प्रवेश के लिए टोकन दिया जाता था. जिसे बंद करने का अहम फैसला अब एपीएमसी प्रशासन के द्वारा लिया गया है. जिसके चलते सोमवार से यहां की सब्जी मंडी में यहां के पंजीकृत व्यापारियों के नाम पर आनेवाली सभी गाड़ियों को मंडी में प्रवेश देने का अहम फैसला एपीएमसी प्रशासन के द्वारा लिया गया है.

    गौरतलब है कि वाशी स्थित एपीएमसी की सब्जी, फल, आलू-प्याज, अनाज और मसाला की मंडी में माल लेकर आने वाली वाहनों और उसे खरीदनें के लिए आने वाले ग्राहकों की वजह से भारी भीड़ हुआ करती थी. जिसकी वजह से कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया था. जिसे गंभीरता से लेते हुए एपीएमसी के सचिव अनील चव्हाण ने एपीएमसी में माल लेकर आने वाली वाहनों की संख्या को सीमित कर दिया था. जिसमें अब ढील देने का फैसला एपीएमसी प्रशासन के द्वारा लिया गया है.

टोकन प्रणाली में हो रही थी धांधली

एपीएमसी की सब्जी मंडी में सब्जी लेकर आने वाली वाहनों को प्रवेश देने के लिए एपीएमसी प्रशासन के द्वारा टोकन दिया जाता था. इस काम को करने वाले एपीएमसी के अधिकारी और कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए थे. जिसकी वजह से इस काम की जिम्मेदारी यहां की व्यापारी संगठनाओं को सौंपी गई थी. जिसमें पक्षपात होने का आरोप व्यापारियों के द्वारा लगाया जा रहा था. जिसके चलते एपीएमसी प्रशासन ने टोकन वितरण करने की जिम्मेदारी फिर से अपने पास ले लिया था.

300 गाडी सब्जी की हो रही थी आवक

सब्जी लेकर आने वाली वाहनों की संख्या को सीमित करने की वजह से इसके पहले यहां की सब्जी मंडी में हर दिन 270 से 300 गाडी सब्जी की आवक हो रही थी. जिसकी वजब से सब्जियों की सप्लाई कम हो गई थी. जिसे बढ़ाने की मांग यहां के व्यापारियों के द्वारा की जा रही थी. जिस पर गंभीरता पूर्वक विचार करने के बाद अब एपीएमसी के सचिव अनील चव्हाण के द्वारा इस मंड़ी के पंजीकृत व्यापारियों के द्वारा सब्जी की जितनी गाडियां मंगाई जाएगी उन सभी को मंड़ी में प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है.