भिवंडी पुलिस के जवानों ने पेश की इंसानियत की मिसाल, रक्तदान कर महिला की बचाई जान

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भिवंडी. वैश्विक महामारी कोरोना प्रसार नियंत्रण के लिए शासन द्वारा किए गए लॉकडाउन के दौरान भिवंडी के तेजतर्रार पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे द्वारा जांबाज अधिकारियों, पुलिस कर्मियों को साथ लेकर गरीब, जरूरतमंदों को अन्नदान,फ़ूड पैकेट सहित प्रवासी मजदूरों को गांव भेजने और शहर की शांति- व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखे जाने सहित शासन के निर्देशों का अनुपालन कुशलता पूर्वक अंजाम दिया गया है.

भिवंडी पुलिस द्वारा शहर के नागरिकों की जीवन सुरक्षा के लिए जान की परवाह न करते हुए कर्तव्य का बखूबी निर्वहन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन, मुहं पर मास्क,हाथ सैनिटाइजर आदि नियमों का बखूबी पालन कराया गया है. बिगत सप्ताह नारपोली पुलिस स्टेशन की हद्द में अंजूर फाटा क्षेत्र में घटित बलात्कार की घटना में पीड़ित उपचाररत गरीब महिला को बी पॉजिटिव रक्त की जरूरत होने पर नारपोली पुलिस के 2 जांबाज पुलिस कर्मियों ने रक्तदान कर इंसानियत की बड़ी मिसाल कायम की है जिसकी मुक्त कंठ से सराहना शहरवासी कर रहे हैं.

लाकडाउन में की लोगों की मदद

गौरतलब हो कि वैश्विक महामारी संकटकाल में शासन द्वारा घोषित लाकडाउन के दौरान भिवंडी तेजतर्रार पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे के कुशल मार्गदर्शन में जांबाज पुलिस कर्मियों द्वारा शहरवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराए जाने की अहम भूमिका की शहरवासियों द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है.भिवंडी के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे समूचे ठाणे जिला नहीं, बल्कि देश में लॉकडाउन संकटकाल में गरीबों, जरूरतमंदों, प्रवासी मजदूरों के मसीहा के नाम से विख्यात हो चुके हैं.लॉकडाउन समयावधि में जान हथेली पर लेकर ड्यूटी का निर्वहन करते हुए करीब 150 पुलिस अधिकारी, पुलिस कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे जो अब धीरे-धीरे ठीक होकर अपनी ड्यूटी पर वापस लौट रहे हैं.विगत सप्ताह अंजुर फाटा क्षेत्र में काम की तलाश में गई गरीब महिला के साथ बलात्कार की घटना घटित हुई थी. नारपोली पुलिस नें पीड़ित महिला को अस्पताल में एडमिट कराया है. बलात्कार से पीड़ित महिला को बी पॉजिटिव रक्त की जरूरत पड़ी बावजूद कोरोना संकटकाल होने की वजह से कोई रक्तदाता नहीं मिल सका.

रक्तदान की प्रशंसा शहरवासी कर रहे 

पुलिस उपायुक्त राज कुमार शिंदे को उक्त जानकारी मिलने पर उन्होंने नारपोली पुलिस स्टेशन वरिष्ठ निरीक्षक मालोजी शिंदे को बी पॉजिटिव रक्त नियोजन के लिए तत्काल निर्देश दिया.पीड़ित महिला को बी पॉजिटिव रक्त की जरूरत होने की जानकारी मिलते ही नारपोली पुलिस स्टेशन में कार्यरत जांबाज पुलिस सीनियर हवलदार प्रमोद ईशी और पुलिस सिपाही राहुल बाघ ने बगैर बिलंब किए अस्पताल पहुंचकर रक्तदान कर महिला की जान बचाई है.जांबाज पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए रक्तदान से पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे, पुलिस सहायक आयुक्त नितिन कौशडीकर, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मालोजी शिंदे ने इंसानियत पूर्ण जज्बे की सराहना करते हुए पुष्पगुच्छ प्रदान कर  सम्मानित किया है. गरीब महिला के लिए जांबाज पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए रक्तदान की प्रशंसा शहरवासी कर रहे हैं.